एक इलेक्ट्रॉन $x - $अक्ष के अनुदिश स्थिर वेग से गति कर रहा है। यदि $y - $ अक्ष के अनुदिश एक समरूप विद्युत क्षेत्र लगाया जाए तो $x - y$ तल में इसका पथ होगा
एक सरल रेखा
एक वृत्त
एक परवलय
एक दीर्घवृत्त
मिलिकन के प्रयोग में धातु की दो क्षैतिज प्लेटों के बीच की दूरी $2.5 \,\,cm$ तथा विभवान्तर $250$ वोल्ट आरोपित किया गया है, तो प्लेटों के मध्य विद्युत क्षेत्र .......... $V/m$ होगा
मिलिकन तेल बूँद के प्रयोग में $1.8 \times {10^{ - 14}}kg$ द्रव्यमान की एक आवेशित तेल की बूँद इसकी प्लेटों के मध्य स्थिर है। प्लेटों के मध्य की दूरी $0.90 cm$ तथा विभवान्तर $2.0$ किलो वोल्ट है। तेल की बूँद पर इलेक्ट्रॉन की संख्या है
$\frac{e}{m}$ ज्ञात करने के थॉमसन प्रयोग में, $2.5$ $kV$ से त्वरित इलेक्ट्रॉन, अभिलम्बवत् विद्युत तथा चुम्बकीय क्षेत्र जिनकी तीव्रताऐं क्रमश: $3.6 \times {10^4}V{m^{ - 1}}$ व $1.2 \times {10^{ - 3}}T$ हैं, के क्षेत्र में प्रवेश करता है, तथा अविचलित रहता है। इलेक्ट्रॉन के लिए $\frac{e}{m}$ का मापा गया मान होगा
कैथोड किरणें उतपन्न होती हैं यदि दाब की कोटि हो
विद्युत आवेश मूल इलेक्ट्रॉनिक आवेश के पूर्णांक गुणक होते हैं, इस तथ्य को प्रायोगिक रूप से सिद्ध किया था