$_{92}{U^{235}}$ का क्षय किस कोटि की अभिक्रिया है
$0$
$1$
$2$
$3$
तनु अम्ल में गन्ने की शक्कर का प्रतिलोमन (ग्लूकोज तथा फ्रक्टोज में परिवर्तन) है
निम्नलिखित अभिक्रिया पर विचार करें
$2 H _2( g )+2 NO ( g ) \rightarrow N _2( g )+2 H _2 O ( g )$
जो कि नीचे दी गयी क्रियाविधि (mechanism) का अनुसरण करती है
$2 NO ( g ) \underset{ k _{-1}}{\stackrel{ k _1}{\rightleftharpoons}} N _2 O _2( g )$
$N _2 O _2( g )+ H _2( g ) \stackrel{ k _2}{\rightleftharpoons} N _2 O ( g )+ H _2 O ( g )$
$N _2 O ( g )+ H _2( g ) \stackrel{ k _3}{\rightleftharpoons} N _2( g )+ H _2 O ( g )$
(तीव्र अभिक्रिया)
(तीव्र अभिक्रिया)
(तीव्र अभिक्रिया)
अभिक्रिया की कोटि. . . . . .है।
अभिक्रिया $2A + B \to $ उत्पाद, में दोनों अभिकारकों का सान्द्रण दुगना करने पर दर $8$ गुना बढ़ जाती है तथा केवल $B$ का सान्द्रण दुगना करें तो दर दुगनी होती है तो अभिक्रिया के लिये दर नियम है
प्राथमिक अभिक्रिया $2A + B \to C + D$ के लिये, आण्विकता है
क्लोरीन परमाणुओं की उपस्थिति में, ओजोन की ऑक्सीजन परमाणुओं से अभिक्रिया निम्नलिखित द्विपदीय प्रक्रम द्वारा होती है।
${O_3}(g)\, + \,C{l^ * }(g)\, \to \,{O_2}(g) + Cl{O^ * }(g)$ ..... $(i)$ $[{K_i} = 5.2 \times {10^9}\,\,L\,mo{l^{ - 1}}\,{s^{ - 1}}]$
$Cl{O^ * }(g) + {O^ * }(g)\, \to \,{O_2}(g) + \,C{l^ * }(g)$ ..... $(ii)$ $[{K_{ii}} = 2.6 \times {10^{10}}\,\,L\,mo{l^{ - 1}}\,{s^{ - 1}}]$
कुल अभिक्रिया $O _{3}( g )+ O ^{\bullet}( g ) \rightarrow 2 O _{2}( g )$ का निकटतम वेग नियतांक है।