निम्न कथनों पर विचार करें
$A.$ रेडियोऐक्टिव क्षय में उत्सर्जित $\alpha-$कणों का ऊर्जा वर्णक्रम विविक्त होता है।
$B.$ रेडियोऐक्टिव क्षय में उत्सर्जित $\beta -$कणों का ऊर्जा वर्णक्रम सतत् होता है
केवल $A$ सत्य है
केवल $B $ सत्य है
$A$ सत्य है परन्तु $B$ असत्य है
$A$ तथा $B$ दोनों सत्य हैं
समस्थानिक (isotope) ${ }_5^{12} B$ जिसका द्रव्यमान $12.014 u$ है, बीटा क्षय ( $\beta$-decay) की प्रक्रिया से ${ }_4^{12} C$ में परिवर्तित हो जाता है। ${ }_6^{12} C$ की एक नाभिकीय उत्तेजित अवस्था $\left({ }_6^{12} C ^*\right)$ निम्नतम अवस्था से $4.041 MeV$ ऊपर होती है। अगर ${ }_5^{12} B$ क्षय होकर ${ }_6^{12} C ^*$ में परिवर्तित होता है तो बीटा कण की अधिकतम गतिक ऊर्जा $( MeV$ की मात्रा में) क्या होगी? $\left(1 u =931.5 MeV / c^2\right.$, यहाँ $c$ निर्वात में प्रकाश की गति है)
निम्नलिखित में से किस रेडियोधर्मी विघटन में न्यूट्रॉन, प्रोटॉन एवं इलेक्ट्रॉन टूट जाते हैं
स्थायी नाभिकों के न्यूट्रॉनों की संख्या $(N)$ विरूद्ध प्रोटॉनों की संख्या $(P)$ का आलेख परमाणु क्रमांक, $Z>20$ के लिये रेखिकता से ऊर्ध्रमुखी विंचलन प्रदर्शित करता है। एक अस्थायी नाभिक के लिये जिसका $N / P$ अनुपात $1$ से कम हैं, क्षय की संभव विधा(यें) है/ हैं
$(A)$ $\beta^{-}$-क्षय ( $\bar{\beta}$ उत्सर्जन)
$(B)$ कक्षीय अथवा $K$-इलेक्ट्रॉन प्रग्रण (capture)
$(C)$ न्यूट्रॉन उत्सर्जन
$(D)$ $\beta^{+}$-क्षय (पॉज़िट्रान उत्सर्जन)
विघटन श्रृंखला $_{92}^{238}U\xrightarrow{\alpha }X\xrightarrow{{\beta - }}_Z^AY$ में $Z$ तथा $A$ के क्रमश: मान होंगे
एक रिएक्टर में $2\, kg\, _{92} U ^{235}$ इंधन $30$ दिन में पूर्णतः खत्म हो जाता है। प्रति विखण्डन उत्सर्जित ऊर्जा $200\, MeV$ है। दिया है, अवोगैड्रो संख्या, $N =6.023 \times 10^{26}$ प्रति किलो मोल एवं $1\, eV =1.6 \times 10^{-19}\, J$ रिएक्टर की निर्गत शक्ति .........$MW$ है