समय $t =0$ पर, कोई कण $7 \hat{ z }\,cm$ की ऊँचाई से एक तल में स्थिर $z$ के साथ चलना प्रारम्भ करता है। किसी क्षण पर, $x$ एवं $y$ दिशाओं के अनुदिश इसकी स्थिति क्रमशः $3 t$ एवं $5 t ^3$ द्वारा परिभाषित है। समय $t =1 s$ पर, कण के त्वरण का मान होगा
$-30\,y$
$30\,y$
$3 x+15 y$
$3 x+15 y+7 \hat{z}$
एक कण समय $t =0$ पर मूल बिन्दू से प्रारम्भिक वेग $3.0 \hat{ i } \,m /$ $s$ और त्वरण $(6.0 \hat{ i }+4.0 \hat{ j }) \,m / s ^{2}$ से चलना शुरू करते हुए $x - y$ समतल में चलता है। उस क्षण पर जब इस कण के लिये $y$ का मान $32\, m$ हो $x$ का मान $D$ meters है। $D$ का मान होगा।
धरातल से प्रक्षेपित किए गए प्रक्षेप्य पथ को $\mathrm{y}=\mathrm{x}-\frac{\mathrm{x}^2}{20}$ द्वारा दिया गया है, जहाँ $\mathrm{x}$ एवं $\mathrm{y}$ मीटर में मापे गए हैं। प्रक्षेप्य द्वारा प्राप्त अधिकतम ऊँचाई होगी:....... $m$
एक कार विरामावस्था से प्रारम्भ करती है तथा $5$ मी.$/$से.$^2$ से त्वरित होती है। $\mathrm{t}=4$ सेकण्ड पर कार में बैठे व्यक्ति द्वारा एक गेंद खिड़की के बाहर गिरायी जाती है। $\mathrm{t}=6$ सेकण्ड पर गेंद का वेग तथा त्वरण क्या होता है ? (दिया है : $\mathrm{g}=10$ मी./से. ${ }^{2}$ )