एक इलेक्ट्रॉन $B$ तीव्रता के एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में ${10^8}\,m/\sec $ की चाल से क्षेत्र के लम्बवत् गमन करता है। अचानक क्षेत्र की तीव्रता $B/2$ घट कर रह जाती है। पथ की प्रारम्भिक त्रिज्या $r$ का मान अब हो जायेगा
कोई परिवर्तन नहीं
घटकर $r/2$
बढ़कर $2r$
गति रुक जायेगी
$v$ वेग से गतिशील एक प्रोटॉन (आवेशित कण) पर विद्युत क्षेत्र $E$ एवं चुम्बकीय क्षेत्र $B$ लगाया जाता है। प्रोटॉन बिना किसी विक्षेप के गतिशील रहेगा यदि
एक ड्यूट्रोन तथा एक प्रोटोन समान गतिज ऊर्जा के साथ गति करते हुए एक समरुप चुम्बकीय क्षेत्र में क्षेत्र के लम्बवत् प्रवेश करते है। यदि $r_d$ व $r_p$ क्रमश: उनके वृत्तीय पथों की त्रिज्यायें है, तो अनुपात $r _{ d } / r _{ p }$ का मान $\sqrt{ x }: 1$ हैं $x$ का मान ज्ञात कीजिये।
एक इलेक्ट्रॉन चुम्बकीय क्षेत्र $B = \hat i + 4\hat j - 3\hat k$ (टेसला) के अन्तर्गत $2 \times {10^5}$ मीटर/सैकण्ड की चाल से धनात्मक $x$-दिशा में गति करता है। इलेक्ट्रॉन पर लगने वाले बल का परिमाण न्यूटन में है (इलेक्ट्रॉन पर आवेश =$1.6 \times {10^{ - 19}}C)$
एक प्रयोग में इलेक्ट्रॉनों को विराम अवस्था से $500 \,V$ वोल्टेज लगाकर त्वरित करते हैं। पथ की त्रिज्या ज्ञात कीजिए यदि लगाया गया चुम्बकीय क्षेत्र $100 \,mT$ है।
[इलेक्ट्रॉन का आवेश $=1.6 \times 10^{-19}\, C$ इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान $\left.=9.1 \times 10^{-31} \,kg \right]$
निम्न में से किस कण की आवृत्ति न्यूनतम होगी जब इन्हें एकसमान वेग से चुम्बकीय क्षेत्र में लम्बवत् प्रक्षेपित किया जाता है