उध्र्वाधर रूप से लटके किसी तार के एक सिरे को $200\, N$ के भार से खींचा जाता है। यह भार तार को $1$ मिलीमीटर तक खींचता है। तार में संचित प्रत्यास्थ ऊर्जा ....... $J$ होगी
$0.1 $
$0.2 $
$10 $
$20$
$1$ मिलीमीटर${^2}$ अनुप्रस्थ काट वाले तार की लम्बाई में $1\%$ की वृद्धि करने के लिए इकाई आयतन पर किया गया कार्य होगा $[Y = 9 \times {10^{11}}N/{m^2}]$
समान लम्बाई के दो स्टील के तारों पर समान भार बाँधकर इन्हें छत से लटकाया गया है। यदि इन तारों के प्रति इकाई आयतन में संचित ऊर्जा का अनुपात $1: 4$ है तो तारों के व्यास का अनुपात होगा:
$\mathrm{Y}=7.0 \times 10^{10} \mathrm{~N} / \mathrm{m}^2$ यंग प्रत्यास्थता गुणांक के साथ एक एल्युमिनियम की छड़ $0.04 \%$ प्रत्यास्थ विकृति के अन्तर्गत जाती है। प्रति एकांक आयतन में संचित ऊर्जा $\left(\mathrm{J} / \mathrm{m}^3\right.$ में) है:
किसी रेल की पटरी की अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल $0.01 \,m ^{2}$ हैं ताप विचरण $10^{\circ} C$ है। पटरी के पदार्थ का रैखिक, प्रसार गुणांक $10^{-5} /{ }^{\circ} C$ है। पटरी में प्रति मीटर संचित ऊर्जा $......$ जूल है।
(पटरी के पदार्थ का यंग गुणांक $10^{11} \, Nm ^{-2}$ है।)
यदि स्प्रिंग को खींचने पर उसकी लम्बाई में वृद्धि $x$ हो तब उसमें संचित ऊर्जा होगी (यदि $T$ स्प्रिंग में तनाव तथा $k$ स्प्रिंगका स्प्रिंग नियतांक है)