एक कमानीदार तुला को समुद्र तल पर अंशांकित किया गया है। इस तुला से किसी वस्तु को पृथ्वी तल से क्रमोत्तर बढ़ती ऊँचाइयों पर तौला जाये तो तुला द्वारा दर्शाया भार
निरन्तर बढ़ता जाएगा
निरन्तर घटता जाएगा
नियत रहेगा
पहले बढ़ेगा तथा बाद में घटेगा
यदि पृथ्वीतल पर गुरुत्वीय त्वरण का मान $9.8$ मी/सै$^2$ है, तो $480$ किमी ऊँचे स्थान पर $’g’$ का मान क्या .......... मीटर $/$ सैकण्ड$^2$ होगा (पृथ्वी की त्रिज्या $6400$ किमी है )
दो ग्रहों की त्रिज्यायें क्रमश: ${R_1}$ तथा ${R_2}$ हैं तथा उनके घनत्व क्रमश: ${\rho _1}$ तथा ${\rho _2}$ हैं। उनकी सतहों पर गुरुत्वीय त्वरणों का अनुपात होगा
जब किसी पिण्ड को भूमध्य रेखा से ध्रुवों की ओर ले जाया जाता है तो इसका भार
यदि पृथ्वी को $R$ त्रिज्या का एक गोला माना जाये तथा यदि $30^\circ $ अक्षांश पर गुरुत्वीय त्वरण का मान $g_{30}$ तथा भूमध्य रेखा पर $g$ हो तो $g - {g_{{{30}^o}}}$ का मान होगा
पृथ्वी तल से किस ऊँचाई पर $‘g’$ का मान, पृथ्वी तल से $10$ किलोमीटर गहरी खान में $g$ के मान के तुल्य ....... $km$ होगा