किसी छोटे से दंड चुम्बक को पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के चुम्बकीय याम्योत्तर में इस प्रकार रखा गया है कि उसका उत्तर ध्रुव, उत्तर की ओर है। इसके कारण चुम्बक के मध्यबिन्दु से पूर्व-पश्चिम दिशा में खींची गई सरल रेखा पर, उदासीन बिन्दु प्राप्त होते हैं, जिनकी चुम्बक से दूरी $30\; cm$ है। तो, चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण $\left( Am ^{2}\right.$ में होगा लगभग :
(दिया है, $\frac{\mu_{0}}{4 \pi}=10^{-7} SI$ मात्रक में तथा $B _{ H }=$ पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक $=3.6 \times 10^{-5}\;Tesla$.)
$14.6$
$19.4$
$9.7$
$4.9$
पृथ्वी की सतह पर उन बिन्दुओं को मिलाने वाली रेखायें जहाँ पर चुम्बकीय क्षेत्र क्षैतिज है, कहलाती हैं
किन्हीं दो स्थानों के नमन कोण क्रमश: $30° $ तथा $45° $ हों, तो उन स्थानों पर पृथ्वी के चुम्बकत्व के क्षैतिज घटकों का अनुपात होगा
किसी स्थान जहाँ नमन कोण $37^{\circ}$ है, पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का ऊध्र्वाधर घटक $6 \times 10^{-5}\,T$ है। उस स्थान पर पृथ्वी के परिणामी चुम्बकीय क्षेत्र का मान होगा (दिया है $\tan 37^{\circ}=\frac{3}{4}$ )
एक उर्ध लंबे तार में $5.0 \,A$ की स्थाई (steady) धारा प्रवाहित है | तार के एक लम्बवत तल में इससे $10 \,cm$ दूर और इसके दक्षिण में एक संवेदनशील चुम्बकीय दिवसूचक रखा है|इस दिवसूचक में पूर्व से $60^{\circ}$ उत्तर ($60°$ north of east) का विक्षेपण पाया जाता है |पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज घटक का मान क्या होगा ? (मुक्त आकाश की पारगम्यता $\left.=4 \pi \times 10^{-7} \,N / A ^2\right)$
भू-चुम्बक का उत्तरी ध्रुव किसके नजदीक होता है भौगोलिक