(चित्रानुसार) $100 \mathrm{~g}$ द्रव्यमान का कोई कण, क्षेतिज से $45^{\circ}$ के कोण पर समय $\mathrm{t}=0$ पर, $20 \mathrm{~ms}^{-1}$ की चाल से प्रक्षेपित किया जाता है। समय $t=2 s$ पर, आरम्भिक बिन्दु के सापेक्ष, कण के कोणीय संवेग का परिमाण $\sqrt{\mathrm{K}} \mathrm{kgm}^2 / \mathrm{s}$ परिकलित किया गया है। $\mathrm{K}$ का मान ________________ होगा। ($\mathrm{g}=10 \mathrm{~ms}^{-2} $ लें )
$80$
$800$
$8$
$0.8$
नीचे दो कथन दिए गए है। एक को अभिकथन-A तथा दूसरे को कारण $R$ के रूप में अंकित किया गया है।
अभिकथन $A$ : दो एक जैसी गेंदे $A$ व $B$ समान वेग ' $u$ ' से क्षैतिज के साथ अलग अलग कोण पर फैंकी जाती है तो समान परास $R$ प्राप्त होती है। यदि $A , B$ अधिकतम ऊँचाई क्रमश: $h _1$ और $h _2$ तक पहुंच जाती है, तो $R =4 \sqrt{ h _1 h _2}$ होगा।
कारण $R:$ ऊँचाईयों का गुणनफल $h _1 h _2=\left(\frac{ u ^2 \sin ^2 \theta}{2 g }\right) \cdot\left(\frac{ u ^2 \cos ^2 \theta}{2 g }\right)$
सही उत्तर चुनें-
$(a)$ सिद्ध कीजिए कि किसी प्रक्षेप्य के $x -$अक्ष तथा उसके वेग के बीच के कोण को समय के फलन के रूप में निम्न प्रकार से व्यक्त कर सकते हैं|
$\theta(t)=\tan ^{-1}\left(\frac{v_{0 y}-g t}{v_{0 x}}\right)$
$(b)$ सिद्ध कीजिए कि मूल बिंदु से फेंके गए प्रक्षेप्य कोण का मान $\theta_{0}=\tan ^{-1}\left(\frac{4 h_{m}}{R}\right)$ होगा। यहाँ प्रयुक्त प्रतीकों के अर्थ सामान्य हैं।
एक गेंद किसी खिलाड़ी द्वारा फेंकने पर दूसरे खिलाड़ी तक $2$ सैकण्ड में पहुँचती है, तो प्रक्षेपण बिन्दु के ऊपर गेंद द्वारा प्राप्त अधिकतम ऊँचाई होगी लगभग ....... $m$
धरातल से दागे गए एक प्रक्षेप्य की प्रारम्भिक चाल $\mathrm{u}$ है। गति के दौरान अधिकतम ऊँचाई पर प्रक्षेप्य की चाल $\frac{\sqrt{3}}{2} \mathrm{u}$ है। प्रक्षेप्य का उड्डयन काल है:
यदि एक प्रक्षेप्य का प्रारम्भिक वेग दोगुना कर दिया जावे तथा प्रक्षेपण कोण वही रहे, तो उसकी महत्तम ऊँचाई