एक नाभिक $(Z = 92)$ निम्न, कणों को एक श्रेणी में उत्सर्जित करता है $\alpha ,\,{\beta ^ - },\,{\beta ^ - },\,\alpha ,\alpha ,\alpha ,\alpha ,\alpha ,{\beta ^ - },\,{\beta ^ - },\alpha ,\,{\beta ^ + },\,{\beta ^ + },\,\alpha $ परिणामी नाभिक का $Z$ होगा
$74$
$76$
$78$
$82$
एक रेडियोधर्मी नाभिक एक $\beta $ कण उत्सर्जित करता हैे तो माता तथा पुत्री नाभिक होंगे
$_{84}{X^{202}}$ का नाभिक पहले एक $\alpha-$ कण उत्सर्जित करता है फिर एक $\beta-$ कण तथा फिर गामा फोटॉन उत्सर्जित करता है। अन्त में बने नाभिक का परमाणु क्रमांक है
निम्न में से किस क्षय में तत्व परिवर्तित नहीं होता है
अभिक्रिया $_1{H^1}{ + _1}{H^1}{ + _1}{H^2} \to X + {\;_{ + 1}}{e^0} + $ ऊर्जा, में उत्सर्जित कण है
नाभिकीय क्षरण (nuclear decay) तभी संभव है जब प्रारम्भिक नाभिक का द्रव्यमान क्षयित कण के कुल द्रव्यमान से ज्यादा है । यदि एक उदासीन परमाणु (neutral atom) $M(A, Z)$ जिसकी द्रव्यमान संख्या $A$ हैं और परमाणु भार $Z$ है तब निम्नलिखित $\beta$ क्षरण $X_Z^A \rightarrow Y_{Z+1}^A+\beta^{-}+\bar{v}_e$ होने के लिय न्यूनतम शर्त होगी $(\beta$ कण का द्रव्यमान $m_e$ और न्यूट्रीनो का द्रव्यमान $m_v$ को नगण्य मानिए) :