एक नाभिक $_Z{X^A}$ एक $\alpha$- कण उत्सर्जित करता है। इससे उत्पन्न नाभिक, एक ${\beta ^ + }$ कण उत्सर्जित करता है। अंतिम नाभिक की परमाणु संख्या तथा द्र्रव्यमान संख्या क्रमश: है
$Z -3, A -4$
$Z -1, A -4$
$Z -2, A -4$
$Z, A -2$
निम्नलिखित के लिए नाभिकीय समीकरण लिखिए :
$(i)$ ${ }_{88}^{226} Ra$ का $\alpha$ -क्षय
$(ii)$ ${ }_{94}^{242} Pu$ का $\alpha$ -क्षय
$(iii)$ $\frac{32}{15} P$ का $\beta^{-}$ -क्षय
$(iv)$ $_{83}^{210} Bi$ का $\beta^{-}$ -क्षय
$(v)$ $_{6}^{11} C$ का $\beta^{+}$ -क्षय
$(vi)$ ${ }_{43}^{97} Te$ का $\beta^{+}$ -क्षय
$(vii)$ ${ }_{54}^{120} Xe$ का इलेक्ट्रॉन अभिग्रहण
$_{84}{X^{202}}$ का नाभिक पहले एक $\alpha-$ कण उत्सर्जित करता है फिर एक $\beta-$ कण तथा फिर गामा फोटॉन उत्सर्जित करता है। अन्त में बने नाभिक का परमाणु क्रमांक है
एक नाभिक $_Z{X^A}$, $3 \alpha$,- कण एवं $5 \beta$ - कण उत्सर्जित करता है। अन्तिम नाभिक में कुल न्यूट्रॉनों एवं प्रोटॉनों का अनुपात हैं
निम्न में से किस क्षय में तत्व परिवर्तित नहीं होता है
${\beta ^ + }$ उत्सर्जन और तत्पश्चात गामा-उत्सर्जन द्वारा एक नाभिक का क्षय होता है। यदि जनक का परमाणु क्रमांक तथा द्रव्यमान संख्या $Z$ तथा $A$ हो तब पुत्री नाभिक का परमाणु क्रमांक तथा द्रव्यमान संख्या क्रमश: निम्न होगी