एक मोटर-साइकिल चालक जब मुड़ता है, तो अपने वेग को दोगुना कर लेता है। तब उस पर बाहर की ओर लगने वाला बल हो जायेगा
दोगुना
आधा
$4$ गुना
$\frac{1}{4}$ गुना
एक साइकिल सवार $34.3$ मीटर परिधि के वृत्तीय पथ पर $\sqrt {22} $ सैकण्ड में घूमता है, तो उसके द्वारा ऊध्र्वाधर के साथ बनाया गया कोण ....... $^o$ होगा
यदि सड़क तथा कार के टायरों के मध्य घर्षण गुणांक का मान $0.5$ हो, तो कार की वह अधिकतम चाल ......... $m/s$ होगी जिससे वह $40$ मीटर के समतल वृत्तीय मोड़ पर बिना फिसले गुजर सके
$R$ त्रिज्या के एक समतल वृत्ताकार पथ पर किसी कार के चलने की वह अधिकतम चाल, जिससे कार फिसल न पाये, (यदि गतिज घर्षण गुणांक $\mu $ हो) होगी
एक कार उच्च गति से जब एक मोड़ पर मुड़ती है, तो इस पर बाहर की ओर एक बल कार्य करता है। इसका कारण है
$5$ किग्रा द्रव्यमान की वस्तु $1$ मीटर त्रिज्या के वृत्ताकार मार्ग में $2$ रेडियन/सैकण्ड के कोणीय वेग से घूम रही है, तो अभिकेन्द्रीय बल ........ $N$ होगा