नगण्य ऊष्मा धारिता वाले कैलोरीमीटर में रखे हुए द्रव का तापमान बढ़ाने के लिए $P$ वाट नियत शक्ति प्रदान करने वाले हीटर (heater) को $t =0$ मिनट पर चालू किया जाता है। एक छात्र द्रव के तापमान $T ( t )$ को समान समयान्तराल पर अभिलेखित करता है। $T(t)(y$-अक्ष) तथा $t(x$-अक्ष) के बीच एक आरेख खींचा जाता है। यदि गर्म करते समय वातावरण में कोई ऊष्मा-क्षय नहीं होता है, तब
आरेख समय अक्ष के समान्तर सीधी रेखा है।
द्रव की ऊष्मा धारिता आरेख की प्रवणता (slope) के व्युत्क्रमानुपाती है।
यदि तापमान बढ़ाने के दौरान एक समान दर से वातावरण में ऊष्मा क्षय हो तो आरेख अधिक प्रवणता वाली एक सीधी रेखा होगी।
द्रव की आंतरिक ऊर्जा समय के द्विघात के साथ बढ़ती है।
$M$ द्रव्यमान एवं $S$ विशिष्ट ऊष्मा वाले एक द्रव का ताप $2t$ है। एक अन्य द्रव, जिसकी ऊष्माधारिता पहले की $1.5$ गुनी एवं ताप $\frac{t}{3}$ है, पहले द्रव में मिला दिया जाता है। मिश्रण का अन्तिम ताप होगा
$10.0 \,W$ का एक विद्युत ऊष्मक (heater) $0.5 \,kg$ पानी से भरे हुए बर्तन को गर्म करता है। पानी एवं बर्तन का तापमान $15$ मिनट में $3 \,K$ बढ़ जाता है । इस बर्तन को खाली कर के सुखा दिया जाता है एवं पुन: $2 \,kg$ तेल से भर दिया जाता है । अब वही विद्युत ऊष्मक तेल एवं बर्तन का तापमान $20$ मिनट में $2 \,K$ बढ़ा देता है । यह मानते हुए कि दोनों प्रक्रियाओं मे ऊर्जा का कोई क्षय नहीं होता है तो तेल कि विशिष्ट ऊष्मा ................ $\times 10^3\,JK^{-1} kg ^{-1}$ होगी ?
गर्मियों में मिट्टी के घड़े में रखा जल, घड़े की सरंध्र सतह पर हो रहे जल के वाष्पन के द्वारा ठंडा होता है। यदि घड़े में $4 \,kg$ जल है, जिसका वाष्पन $20 \,g / h$ की दर से होता है। यदि दो घंटे बाद जल के तापमान में $\Delta T$ का परिवर्तन होता है, तो $\Delta T$ का मान ........ $^{\circ} C$ होगा (जल के लिए वाष्पन की गुप्त ऊष्मा का उसकी विशिष्ट ऊष्मा के साथ अनुपात $540^{\circ} C$ है)
$100 \,g$ द्रव्यमान तथा $100^{\circ} C$ तापमान वाले द्रव $A$ को $50\, g$ द्रव्यमान तथा $75^{\circ} C$ तापमान वाले दूसरे द्रव B के साथ मिलाते हैं तो मिश्रण का तापमान $90^{\circ} C$ हो जाता है। यदि $100 \,g$ द्रव्यमान तथा $100^{\circ} C$ तापमान वाले द्रव $A$ को $50 \,g$ द्रव्यमान तथा $50^{\circ} C$ तापमान वाले द्रव $B$ के साथ मिलाये तो मिश्रण का तापमान होगा ......$^oC$।
अल्युमीनियम का एक टुकड़ा, जिसका द्रव्यमान $50 \,g$ है तथा प्रारम्भिक तापमान $300{ }^{\circ} C$ है, $1 \,kg$ पानीं जिसका प्रारम्भिक तापमान $30^{\circ} C$ है, में शीघ्रता से पूर्णत: डुबा कर निकाल लिया जाता है। यदि अल्युमीनियम के टुकड़े का तापमान पानी से तुरंत निकाले जाने के बाद $160^{\circ} C$ हो तो पानी का तापमान ................ $^{\circ} C$ होगा? (अल्युमीनियम तथा पानी की विशिष्ट ऊष्माएँ क्रमशः $900 \,J kg ^{-1} K ^{-1}$ तथा $4200 \,J kg ^{-1} K ^{-1}$ हैं)