एक साइकिल चालक किसी मोड़ पर साइकिल मोड़ते समय भीतर की ओर झुकता है परन्तु उसी मोड़ पर जब एक मोटर-कार चलती है, तो इसमें बैठा यात्री बाहर की ओर झुकता है। इसका कारण है
साइकिल की तुलना में मोटर-कार भारी होती है
मोटर-कार में चार पहिये होते हैं किन्तु साइकिल में केवल दो पहिये होते हैं
दोनों की चाल में अन्तर होता है
साइकिल चालक को अपकेन्द्रीय बल का प्रतिकार करना होता है परन्तु कार में बैठे यात्री पर यही बल बाहर की ओर लगता है
एक गेंद को चित्रानुसार विरामावस्था से, बिन्दु $P$ से एक चिकने खोखले अर्द्धगोलीय पात्र में छोड़ा जाता है। यदि बिन्दु $Q$ पर गेंद पर अभिकेन्द्रीय बल एवं अभिलम्ब प्रतिक्रिया बल का अनुपात $A$ है, जबकि बिन्दु $Q$ की कोणीय स्थिति बिन्दु $P$ के सापेक्ष $\alpha$ है, तो कौन सा ग्राफ $A$ एवं $\alpha$ के मध्य सही संबंध दर्शाता है जब गेंद $Q$ से $R$ की ओर जाती है?
किसी पिण्ड की एकसमान वृत्तीय गति को बनाये रखने के लिए आवश्यक बल होता है
$l$ लम्बाई की एक डोरी के एक सिरे से $^{\prime} m ^{\prime}$ द्रव्यमान का एक कण जुड़ा है और इसका दूसरा सिरा एक चिकने समतल मेज पर लगी छोटी सी खूँटी से जुड़ा है। यदि यह कण वृत्ताकार पथ पर $v$ चाल से घूर्णन करता है तो, उस पर लगने वाला नेट बल ( केन्द्र की ओर) होगा : ( $T$ - रस्सी पर तनाव है )
समान द्रव्यमान के दो कण क्रमश:${r_1}$ तथा ${r_2}$ त्रिज्याओं के वृत्ताकार पथों पर घूम रहे हैं। उनकी चालें समान हैं, उनके अभिकेन्द्रीय बलों का अनुपात होगा
$150$ मीटर त्रिज्या तथा $0.6$ घर्षण गुणांक वाले वक्राकार मार्ग को पार करते समय एक कार ड्रायवर को किस अधिकतम चाल (मीटर/सैकण्ड में) से कार को चलाना चाहिए जिससे कि वह फिसले नहीं