समकोण समद्विबाहु त्रिभुज के आकार के एक बन्द पाश $ABC$ में विधुत धारा प्रवाहित हो रही है। इसे किसी एकसमान $AB$ दिशा के अनुदिश चुम्बकीय क्षेत्र में रखा गया है। यदि भुजा $BC$ पर चुम्बकीय बल $\overrightarrow{ F }$ हो तब भुजा $AC$ पर बल होगा :

131-100

  • [AIPMT 2011]
  • A

    $ - \sqrt 2 \vec F$

  • B

    $-$ $\vec F$

  • C

    $\vec F$

  • D

    $\sqrt 2 \vec F$

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दो पतले लम्बे तारों मैं प्रत्येक से $I$ धारा प्रवाहित हो रही है। इन्हें $L$ लम्बाई के विघुततरोधी धागों से लटकाया गया है। इन धागों में प्रत्येक के द्वारा ऊर्ध्वाधर दिशा से $'\theta^{\prime}$ कोण बनाने की स्थिति में, ये दोनों तार साम्यावस्था में रहते हैं। यदि इन तारों की प्रति इकाई लम्बाई द्रव्यमान $\lambda$ है तथा $g$ गुरुत्वीय त्वरण है तो, $I$ का मान होगा

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