$'a'$ भुजा वाली किसी घन के सभी शीर्षों पर $+Q$ आवेश है मूलबिन्दु को छोड़कर जहाँ $- Q$ आवेश रिथत है। इस घन के केन्द्र पर विधुत क्षेत्र है।
$\frac{-Q}{3 \sqrt{3} \pi \varepsilon_{0} a^{2}}(\hat{x}+\hat{y}+\hat{z})$
$\frac{-2 Q}{3 \sqrt{3} \pi \varepsilon_{0} a^{2}}(\hat{x}+\hat{y}+\hat{z})$
$\frac{2 Q}{3 \sqrt{3} \pi \varepsilon_{0} a^{2}}(\hat{x}+\hat{y}+\hat{z})$
$\frac{ Q }{3 \sqrt{3} \pi \varepsilon_{0} a ^{2}}(\hat{ x }+\hat{ y }+\hat{ z })$
$R$ त्रिज्या के पतले अर्द्धवलय पर $q$ आवेश एकसमान रूप से वितरित है। वलय के केन्द्र पर विद्युत क्षेत्र है
दो बिन्दु आवेशों $q _{1}(\sqrt{10} \,\mu C )$ तथा $q _{2}(-25 \,\mu C )$ को $x$-अक्ष पर क्रमश : $x =1\, m$ तथा $x =4 \,m$ पर रखा गया है। $y$-अक्ष पर बिन्दु $y =3 \,m$ पर विधुत क्षेत्र का मान
( $V / m$ में) होगा।
$\left[\right.$ दिया है : $\left.\frac{1}{4 \pi \varepsilon_{0}}=9 \times 10^{9} \,Nm ^{2} C ^{-2}\right]$
एक ऊर्ध्वाधर विद्युत क्षेत्र का परिमाण $4.9 \times 10^5\,N / C$ है। यह द्रव्यमान $0.1\,g$ वाली जल की बूँद को गिरने से रोकता है। बूँद पर आवेश का मान ........ $\times 10^{-9} \;C$ -(दिया गया है $g =9.8\,m / s ^2$ )
पाँच बिन्दु आवेश प्रत्येक का परिमाण $‘q’$ है एक समषटभुज के पाँच कोनों पर चित्रानुसार रखे हैं, एवं केन्द्र $‘O’$ पर परिणामी विद्युत क्षेत्र $\vec E$ है। केन्द्र पर परिणामी विद्युत क्षेत्र $6\vec E$ प्राप्त करने के लिये छठे शीर्ष पर कितना आवेश रखना होगा
हाइड्रोजन परमाणु में प्रोटॉन व इलेक्ट्रॉन के बीच की दूरी ${10^{ - 10}}$ मीटर है। इन दोनों पर आवेश का परिमाण $1.6 \times {10^{ - 19}}\,C$ है। प्रोटॉन के कारण इलेक्ट्रॉन पर उत्पé विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का मान होगा