$2\, kg$ भार की एक वस्तु को चित्रानुसार लटकाया गया है। क्षैतिज डोरी में तनाव ${T_1}$ (किग्रा भार) है
$2/\sqrt 3 $
$\sqrt 3 /2$
$2\sqrt 3 $
$2$
एक वस्तु पर उत्तर-पूर्व दिशा में बल आरोपित किया जाता है। इसको संतुलित करने के लिये दूसरे बल की दिशा होनी चाहिये
किसी स्प्रिंग,जिसके मुक्त सिरे से एक गुटका जुड़ा हुआ है,का प्रत्यानयन बल निम्न के द्वारा निरुपित है:
चित्र में दर्शाये अनुसार, एक $70 \mathrm{~kg}$ द्रव्यमान वाले बगीचे के रॉलर को क्षैतिज से $30^{\circ}$ के कोण पर, $\overrightarrow{\mathrm{F}}=200 \mathrm{~N}$ के बल के साथ धकेला जाता है। रॉलर पर अभिलम्ब प्रतिक्रिया का मान$.......\,N$ है: (दिया है, $\mathrm{g}=10 \mathrm{~m} \mathrm{~s}^{-2}$ )
$5.6\, kg$ संहति के किसी पिण्ड को छत से $2 \,m$ लंबाई की डोरी द्वारा लटकाया गया है । डोरी के मध्य-बिंदु पर चित्र में दर्शाए अनुसार क्षेतिज दिशा में $50\, N$ बल लगाया जाता है । साम्यावस्था में डोरी ऊर्ध्वाधर से कितना कोण बनाती है ? ( $g=10 \,ms ^{-2}$ लीजिए )। डोरी की संहति को नगण्य मानिए ।