आयनों की एक किरण-पुँज $2 \times {10^5}\,m/s$ के वेग से $4 \times {10^{ - 2}}\,tesla$ के चुम्बकीय क्षेत्र में क्षेत्र की दिशा के लम्बवत् प्रवेश करती है। यदि आयन पर विशिष्ट आवेश $5 \times {10^7}\,C/kg$ है, तो इसके द्वारा बनाये गये वृत्ताकार पथ की त्रिज्या .....$m$ होगी

  • A

    $0.10$

  • B

    $0.16 $

  • C

    $0.20$

  • D

    $0.25$

Similar Questions

एक अचर चुम्बकीय क्षेत्र के प्रभाव में एक आवेशित कण त्रिज्या $R$ के वत्त में स्थिर चाल $v$ से चल रहा है इस चलन का समय अन्तराल

  • [AIPMT 2009]

त्रिज्या $\mathrm{r}_{\mathrm{A}}=10 \mathrm{~cm}$ एवं $\mathrm{r}_{\mathrm{B}}=20 \mathrm{~cm}$ वाली दो अच्छी तरह कसी हुई वृत्ताकार कुंडलियों क्रमशः $\mathrm{A}$ एवं $\mathrm{B}$ में निहित चुम्बकीय आघूर्ण बराबर होगें यदि : (जहाँ $\mathrm{N}_{\mathrm{A}}, \mathrm{I}_{\mathrm{A}}$ तथा $\mathrm{N}_{\mathrm{B}}, \mathrm{I}_{\mathrm{B}}$ क्रमशः कुंडली $A$ एवं $B$ में घेरों की संख्या एवं धारा है)

  • [JEE MAIN 2023]

एक दूसरे के लम्बवत् विद्युत एवं चुम्बकीय क्षेत्र में इलेक्ट्रॉन पुंज क्षेत्रों के लम्बवत् गति करता है, तो इलेक्ट्रॉनों का वेग .............. $m{s^{ - 1}}$ होगा (जबकि विद्युत क्षेत्र की तीव्रता $20\;V{m^{ - 1}}$एवं चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता $0.5 T$​ है)

  • [AIPMT 1996]

$ - 16 \times {10^{ - 18}}$ कूलॉम का एक आवेशित कण $x$-अक्ष के अनुदिश $0.75\,A$ वेग से ऐसे क्षेत्र में प्रवेश करता है जहाँ चुम्बकीय क्षेत्र $B,\,y$ दिशा के अनुदिश तथा विद्युत क्षेत्र जिसका परिमाण ${10^4}\,V/m$ ऋणात्मक $z$-अक्ष के अनुदिश है। यदि आवेशित कण $x$-अक्ष की दिशा में ही गति करता रहता है, तो ‘$B$’ का परिमाण होगा

  • [AIEEE 2003]

आयनो के द्रव्यमान मापने के लिए एक द्रव्यमान मापी स्पैक्ट्रोमीटर में आयनो को पहले वैद्युत विभव $V$ द्वारा त्वरित कर फिर चुम्बकीय क्षेत्र $B$ का प्रयोग कर $R$ त्रिज्या के अर्धवृत्तीय पथ पर चलाया जाता है। यदि $V$ और $B$ को नियत रखा जाए तो अनुपात (आयन पर आवेश/आयन का द्रव्यमान) समानुपाती होगा

  • [AIPMT 2007]