एक दूसरे के लम्बवत् विद्युत एवं चुम्बकीय क्षेत्र में इलेक्ट्रॉन पुंज क्षेत्रों के लम्बवत् गति करता है, तो इलेक्ट्रॉनों का वेग .............. $m{s^{ - 1}}$ होगा (जबकि विद्युत क्षेत्र की तीव्रता $20\;V{m^{ - 1}}$एवं चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता $0.5 T$ है)
$20 $
$40$
$8$
$5.5$
एक इलैक्ट्रॉन धनात्मक $\mathrm{x}$-अक्ष के अनुदिश गति कर रहा है। यदि गतिमान आवेश पर ऋणात्मक $\mathrm{z}$-अक्ष के समान्तर एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र आरोपित किया जाता हैं, तब
$A$. इलैक्ट्रॉन धनात्मक $y$-अक्ष के अनुदिश चुम्बकीय बल का अनुभव करेगा।
$B$. इलैक्ट्रॉन ॠणात्मक $\mathrm{y}$-अक्ष के अनुदिश चुम्बकीय बल का अनुभव करेगा।
$C$. इलैक्ट्रॉन चुम्बकीय क्षेत्र में किसी बल का अनुभव नही करेगा।
$D$. इलैक्ट्रॉन धनात्मक $\mathrm{x}$-अक्ष के अनुदिश लगातार गति करेगा।
$E$. इलैक्ट्रॉन चुम्बकीय क्षेत्र में वृत्ताकार पथ के अनुदिश गति करेगा।
नीचे दिये गये विकल्पों से सही उत्तर चुनिए:
किसी विशेष क्षण पर एक रेडियो-एक्टिव यौगिक से उत्सर्जित विकिरण एक चुम्बकीय क्षेत्र में विक्षेपित होता है। यौगिक उत्सर्जित कर सकता है
$(i) $ इलेक्ट्रॉन $(ii)$ प्रोटॉन $(iii)$ $H{e^{2 + }}$ $(iv)$ न्यूट्रॉन
दिये गये विशेष क्षण पर उत्सर्जित विकिरण हो सकता है
यदि ${10^{ - 12}}$ कूलॉम आवेश वाला एक कण $\hat x - $ दिशा में ${10^5}\,m/s$ के वेग से चलने पर चुम्बकीय क्षेत्र के कारण $\hat y - $ दिशा में ${10^{ - 10}}\,$ न्यूटन के बल का अनुभव करें तो न्यूनतम चुम्बकीय क्षेत्र होगा
चुम्बकीय क्षेत्र की फ्लक्स घनत्व $1.5\,weber/{m^2}$ है, इसमें एक प्रोटॉन $2 \times {10^7}\,m/\sec $ के वेग से, क्षेत्र के साथ $30^\circ $ का कोण बनाता हुआ प्रवेश करता है, तो प्रोटॉन पर लगा हुआ बल होगा
एक आवेश चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् वृत्तीय पथ में गति करता है। परिक्रमण का आवर्तकाल निर्भर नहीं होता