क्षैतिज से $60^{\circ}$ के कोण पर $10 \;ms ^{-1}$ की चाल से $160\; g$ द्रव्यमान की एक गेंद ऊपर की ओर फेंकी जाती हैं। पथ के उच्चतम बिन्दु पर उस बिन्दु के सापेक्ष, जहाँ से गेंद फेंकी गई हैं, गेंद का कोणीय संवेग लगभग है $\left( g =10 \;ms ^{-2}\right)$
$1.73$
$3.0$
$3.46$
$6.0$
किसी प्रक्षेप्य के परवलयाकार पथ के उच्चतम बिन्दु पर इसके वेग एवं त्वरण की दिशायें होंगी
एक गेंद किसी मीनार के शिखर से क्षैतिज से ${30^o}$ कोण पर $50\,\,m{s^{ - 1}}$ के वेग से ऊपर की ओर फेंकी जाती है। मीनार की ऊँचाई $70 \,m$ है। गेंद फेंकने के ....... $(\sec)$ क्षणों पश्चात् गेंद जमीन पर पहुँचेगी
क्षैतिज से $30^{\circ}$ एवं $60^{\circ}$ के कोणों पर दो प्रक्षेप्य समान चालों से प्रक्षेपित किए जाते हैं। क्रमशः प्रक्षेप्यों द्वारा प्राप्त अधिकतम ऊँचाइयों का अनुपात है:
एक क्रिकेटर एक गेंद को अधिकतम $100$ मीटर की क्षैतिज दूरी तक फेंक सकता है। गेंद का प्रक्षेपण वेग ......... $ms^{-1}$ (लगभग) होगा
कोई गोली क्षैतिज से $30^{\circ}$ के कोण पर दागी गई है और वह धरातल पर $3.0\, km$ दूर गिरती है । इसके प्रक्षेप्य के कोण का समायोजन करके क्या $5.0\, km$ दूर स्थित किसी लक्ष्य का भेद किया जा सकता है ? गोली की नालमुख चाल को नियत तथा वायु के प्रतिरोध को नगण्य मानिए |