एक $25$ वाट, $220$ वाट बल्ब तथा दूसरा $100$ वाट, $220$ वोल्ट बल्ब को $440$ वोल्ट की लाइन के समान्तर क्रम में जोड़ा जाता है
केवल $100$ वाट का बल्ब फ्यूज होगा
केवल $25$ वाट का बल्ब फ्यूज होगा
दोनों बल्ब फ्यूज हो जावेंगे
कोई बल्ब फ्यूज नहीं होगा
जब एक प्रतिरोधक से $4$ एम्पियर की धारा प्रवाहित की जाती है, तो $192\, J$ ऊर्जा एक सेकन्ड में क्षय होती है। यदि अब धारा को दो गुना कर दिया जाय तो $5$ सेकन्ड में क्षय उष्मीय ऊर्जा $.....\,J$ होती है।
एक बल्ब, जिसके अंकित मान (Ratings) $100\,W$ -$200\,V$ हैं, को $100$ वोल्ट की लाइन से जोड़ दिया जाता है। बल्ब में प्रवाहित धारा है
दो तारों के प्रतिरोध $R$ तथा $2R$ हैं। दोनों को पहले श्रेणीक्रम में फिर समान्तर क्रम में जोड़ा जाता है। यदि दोनों स्थितियों में आरोपित वोल्टेज समान है तो इनमें उत्पन्न ऊष्माओं का अनुपात होगा
$200$ वॉट एवं $100$ वॉट शक्ति वाले दो बल्बों के प्रतिरोध क्रमश: ${R_1}$ एवं ${R_2}$ हैं। दोनों बल्ब समान वोल्टता पर कार्य करने के लिये बनाये गये हैं, तब
एक विद्युत मोटर $200$ वोल्ट पर चलाने पर $3.75$ ऐम्पियर की धारा लेता है। इसकी क्षमता लगभग होगी