${U^{238}}$ नाभिक एक $\alpha - $ कण उत्सर्जन करके $T{h^{234}}$ में रूपान्तरित हो जाता है। इसके बाद रेडियोएक्टिव विघटन की श्रृंखला जारी रहती जिसमें $\alpha - $ क्षय या $\beta $ -क्षय होता है। अन्तत: एक स्थायी नाभिक प्राप्त होता हैं और विघटन रुक जाता है। निम्न में से कौन ${U^{238}}$ रेडियोएक्टिव विघटन श्रृंखला का अन्तिम उत्पाद है
$P{b^{206}}$
$P{b^{207}}$
$P{b^{208}}$
$P{b^{209}}$
रेडियोएक्टिव नाभिक उत्सर्जित कर सकता है
${ }_{82}^{290} X \xrightarrow{\alpha} Y \xrightarrow{e^{+}} Z \xrightarrow{\beta^{-}} P \xrightarrow{e^{-}} Q$
उपरोक्त नाभिकीय उत्सर्जन के लिए उत्पाद $Q$ की द्रव्यमान संख्या व परमाणु क्रमांक क्रमशः है:
न्यूट्रिनो एक ऐसा कण है जो
एक नाभिक $_{90}T{h^{232}}$ कई $\alpha -$ तथा $\beta-$ कण उत्सर्जित करता है, तथा अन्त में $_{82}P{b^{208}}$ बनाता है। यह उत्सर्जित करेगा
$20$ सेमी मोटी स्टील की चादर से पारगमित हो सकती हैं