एक नाभिक $_{90}T{h^{232}}$ कई $\alpha -$ तथा $\beta-$ कण उत्सर्जित करता है, तथा अन्त में $_{82}P{b^{208}}$ बनाता है। यह उत्सर्जित करेगा
$4 \alpha$ तथा $2 \beta$
$8 \alpha$ तथा $24 \beta$
$6 \alpha$ तथा $4 \beta$
$4 \alpha$ तथा $16 \beta$
जब $_{90}T{h^{228}}$, $_{83}B{i^{212}}$ में परिवर्तित होता है तो उत्सर्जित $\alpha$ तथा $\beta$- कणों की संख्या क्रमश: है
दी गर्इ रासायनिक अभिक्रिया में $A, B, C, D, E$ प्रदर्शित करते हैं
$_{92}{U^{238}}{\xrightarrow{\alpha }_B}T{h^A}{\xrightarrow{\beta }_D}P{a^C}{\xrightarrow{E}_{92}}{U^{234}}$
$20$ सेमी मोटी स्टील की चादर से पारगमित हो सकती हैं
विघटन श्रृंखला $_{92}^{238}U\xrightarrow{\alpha }X\xrightarrow{{\beta - }}_Z^AY$ में $Z$ तथा $A$ के क्रमश: मान होंगे
एक रेडियोधर्मी नाभिक, जिसमें $Z-$ प्रोटॉन तथा $N-$ न्यूट्रॉन हैं, एक $\alpha $- कण, $2\beta$-कण तथा $2$ गामा कण उत्सर्जित करता है। क्षय होने के पश्चात नाभिक में बचे हुये प्रोटॉनों तथा न्यूट्रॉनो की संख्या क्रमश: है