जब किसी वस्तु को पृथ्वी से जोड़ा जाये तो पृथ्वी से वस्तु की ओर इलेक्ट्रॉन का प्रवाह होता है। इसका तात्पर्य है कि वस्तु
अनावेशित रहती है
धनावेशित हो जाती है
ऋणावेशित हो जाती है
कुचालक है
एक साबुन के बुलबुले को ऋण आवेश दिया गया है, तो उसकी त्रिज्या
$\alpha $ - कण पर आवेश है
आप किसी धातु के गोले को स्पर्श किए बिना कैसे धनावेशित कर सकते हैं?
ऊन से रगड़े जाने पर कोई पॉलीथीन का टुकड़ा $3 \times 10^{-7} C$ के ऋणावेश से आवेशित पाया गया।
$(a)$ स्थानांतरित (किस पदार्थ से किस पदार्थ में) इलेक्ट्रोंनों की संख्या आकलित कीजिए।
$(b)$ क्या ऊन से पॉलीथीन में संहति का स्थानांतरण भी होता है?
जब काँच की छड़ को रेशम के टुकड़े से रगड़ते हैं तो दोनों पर आवेश आ जाता है। इसी प्रकार की परिघटना का वस्तुओं के अन्य युग्मों में भी प्रेक्षण किया जाता है। स्पष्ट कीजिए कि यह प्रेक्षण आवेश संरक्षण नियम से किस प्रकार सामंजस्य रखता है।