दो प्रतिरोध ${R_1}$ व ${R_2}$ को $120 \,V$ की लाइन से श्रेणी व समान्तर क्रम में जोड़ने पर शक्ति व्यय क्रमश: $25 \,W$ व $100\, W$ की दर से होता है। ${R_1}$ व ${R_2}$ द्वारा शक्ति व्यय का अनुपात है
$1:1$
$1:2$
$2:1$
$1:4$
आपको कई, हर प्रकार के समान तार दिये गये हैं एवं प्रत्येक का प्रतिरोध $R = 10\,\Omega $ है। प्रत्येक में अधिकतम $1\,Amp$ की धारा प्रवाहित कर सकते हैं। इन तारों का इस प्रकार जाल बनाना है कि जाल का प्रतिरोध $5\,\Omega $ रहे तथा इसमें $4\,Amp$ की धारा प्रवाहित हो सके। तो इस प्रकार के तारों की न्यूनतम संख्या होगी
निम्न में से कौन वाट के तुल्य नहीं है
एक $R$ प्रतिरोध वाले तार में अपरिवर्ती विभवान्तर पर बहती धारा से उत्पन्न ऊष्मा का मान समानुपातिक होता है
एक $25$ वाट, $220$ वोल्ट बल्ब एवं $100$ वाट, $220$ वोल्ट बल्ब, $220$ वोल्ट की सप्लाई के साथ श्रेणीक्रम में जुडे़ हैं। कौनसा बल्ब अधिक प्रदीप्त होगा
इस चित्र में दिखाये गये परिपथ में शक्ति के पूर्ण क्षय का मान (वाट में) होगा-