दो एक समान बल (प्रत्येक $P$) किसी बिन्दु पर परस्पर $120^°$ के कोण पर लगाये जाते हैं। उनके परिणामी बल का परिमाण है
$P/2$
$P/4$
$P$
$2P$
माना दो अशून्य सदिशों $\mathop A\limits^ \to $ व $\mathop B\limits^ \to $ के बीच कोण $120^°$ है तथा इनका परिणामी $\mathop C\limits^ \to $ है तो
विस्थापन $25\hat i - 6\hat j\,\,m$ में कितना विस्थापन जोड़ें कि $X-$ दिशा में $7.0 \,m $ का विस्थापन प्राप्त हो
दिया है $a + b + c + d = 0$, नीचे दिए गए कथनों में से कौन-सा सही है
$(a)$ $a , b , c$ तथा $d$ में से प्रत्येक शून्य सदिश है,
$(b)$ $( a + c )$ का परिमाण $( b + d )$ के परिमाण के बराबर है, नहीं हो सकता
$(d)$ यदि $a$ तथा $d$ सरेखीय नहीं हैं तो $b + c$ अवश्य ही $a$ तथा $d$ के समतल में होगा, और यह $a$ तथा $d$ के अनुदिश होगा यद् वे सरंखीय हैं ।
किसी सदिश के प्रारंभिक तथा अंतिम बिन्दुओं के निर्देशांक $(4, -4, 0) $ तथा $(-2, -2, 0)$ हैं। इसका परिमाण होगा
दो बलों $\overrightarrow{ P }$ और $\overrightarrow{ Q }$ को जोड़कर मिलने वाला बल $\overrightarrow{ R }$ ऐसा है कि $|\overrightarrow{ R }|=|\overrightarrow{ P }|$. यदि $2 \overrightarrow{ P }$ और $\overrightarrow{ Q }$ को जोड़कर मिलने वाला परिणामी बल $\overrightarrow{ Q }$ से $\theta$ कोण (डिग्री में) बनाता हो तो $\theta$ का मान होगा |