दो बल्ब $A$ तथा $B$ समान्तर क्रम जुडे हैं। बल्ब $A$ बल्ब $B$ से ज्यादा चमकदार है। यदि ${R_A}$ व ${R_B}$ क्रमश: उनके प्रतिरोध हों तो
${R_A} > {R_B}$
${R_A} < {R_B}$
${R_A} = {R_B}$
None of these
$l$ लम्बाई, $r$ अनुप्रस्थ काट की त्रिज्या तथा $r$ घनत्व के एक तार से $i$ धारा प्रवाहित हो रही है। उत्पन्न ऊष्मा की दर होगी
समान मान के तीन प्रतिरोधों को चित्रानुसार विभिन्न संयोजनों में व्यवस्थित किया गया है
इन्हें व्यय शक्ति के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित करें
एक विद्युत केतली में दो ऊष्मीय कुण्डलियाँ हैं जब प्रथम को प्रयुक्त किया जाता है तो केतली में पानी $10$ मिनट में उबल जाता है व दूसरी कुण्डली को प्रयुक्त करने पर वह पानी $40$ मिनट में उबलता है। यदि दोनों कुण्डलियों को समान्तर क्रम में जोड़कर एकसाथ प्रयुक्त किया जाये तो उतना ही पानी उबालने में लगने वाला समय होगा
शक्ति का स्थानान्तरण सुचालक तारों के माध्यम से उच्च वोल्टेज पर किया जाता है क्योंकि
एक बृहत भवन में, $40\, W$ के $15$ बल्ब, $100 \,W$ के $5$ बल्ब, $80\, W$ के $5$ पंखे एवं $1 \,kW$ का $1$ हीटर हैं। बिजली के मेन्स की वोल्टता $200\, V$ हैं। भवन के मुख्य फ्यूज की न्यूनतम क्षमता ......$A$ होगी।