एक गुटका एक स्प्रिंग (बल नियतांक $k$) की सहायता से एक सामान्तर प्लेट संधारित्र की ऊपरी प्लेट से चित्रानुसार लटका है। जब गुटके पर कोई आवेश नहीं है, तब इसका आवर्तकाल $T$ है। यदि गुटके को $q $ आवेश दे दिया जाये तब इसमें दोलनों का आवर्तकाल होगा
$T$
$ > T$
$ < T$
$ \geqslant T$
$1.7 \times {10^{ - 27}}$ किग्रा व $1.6 \times {10^{ - 19}}$ आवेश के एक प्रोटॉन को वैद्युत क्षेत्र में सन्तुलित रखने के लिये क्षेत्र की तीव्रता होनी चाहिये
आरेक्ष में दर्शाए गए अनुसार बिन्दु $O$ पर विधुत क्षेत्र का परिमाण क्या होगा ? आरेख की प्रत्येक भुजा की लम्बाई $l$ है तथा प्रत्येक भुजा एक-दूसरे के लम्बवत् है।
विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का मात्रक है
वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता का परिमाण $E$ इस प्रकार है कि उसमें रखे इलेक्ट्रॉन पर उसके भार के तुल्य बल लगता है। यह वैद्युत क्षेत्र होगा
एक आवेश के कारण इससे $3$ मी. की दूरी पर उत्पन्न विद्युत क्षेत्र $500\,N/C$ है। आवेश का परिमाण.......$\mu C$ है $\left[ {\frac{1}{{4\pi {\varepsilon _0}}} = 9 \times {{10}^9}\,\frac{{N - {m^2}}}{{{C^2}}}} \right]$