सदिश $3\hat i + 4\hat k$ का $Y-$अक्ष पर प्रक्षेप होगा
$5$
$4$
$3$
$0$
चित्र में दर्शाये अनुसार, साम्यावस्था में चार बल किसी बिन्दु $P$ पर आरोपित हैं। बल $F_1$ का बल $F_2$ के साथ अनुपात $1: x$ है, जहाँ $x =............$ होगा।
निर्देशांक पद्धति के मूल बिन्दु पर विरामावस्था में रखे एक कण पर निम्न बल एक साथ कार्यरत हैं ${\mathop F\limits^ \to _1} = - 4\hat i - 5\hat j + 5\hat k$,${\mathop F\limits^ \to _2} = 5\hat i + 8\hat j + 6\hat k$, ${\mathop F\limits^ \to _3} = - 3\hat i + 4\hat j - 7\hat k$ तथा ${\overrightarrow F _4} = 2\hat i - 3\hat j - 2\hat k$ तो कण गति करेगा
$5\, N$ का एक बल ऊध्र्वाधर से $60^°$ कोण पर किसी कण पर कार्यरत है। इसका ऊध्र्वाधर घटक........ $N$ होगा
चित्र में दिखाए गए दो सदिशों $A$ तथा $B$ के बीच का कोण $\theta$ है । इनके परिणामी सदिश का परिमाण तथा दिशा उनके परिमाणों तथा $\theta$ के पद् में निकालिए |
$x-y$ तल में, एक सदिश $y$-अक्ष के साथ $30^{\circ}$ का कोण बनाता है। सदिश के $y$-घटक का परिमाण $2 \sqrt{3}$ है। सदिश के $\mathrm{x}$-घटक का परिमाण होगा: