रेडियोएक्टिव क्षय में उत्सर्जित कण यदि चुम्बकीय क्षेत्र में विक्षेपित होते हैं तो कण होंगे
प्रोट्रॉन एवं $\alpha - $ कण
इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन एवं $\alpha - $ कण
इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन एवं न्यूट्रॉन
इलेक्ट्रॉन एवं $\alpha - $ कण
नाभिकीय अभिक्रिया $_6{C^{11}}{ \to _5}{B^{11}} + {\beta ^ + } + X$ में $X$ है
एक रेडियोधर्मी नाभिक एक $\beta $ कण उत्सर्जित करता हैे तो माता तथा पुत्री नाभिक होंगे
प्रारम्भ में विराम में स्थित एक नाभिक $_{84}^{210}Po$ एक $\alpha$- कण $v$ चाल से उत्सर्जित करता है। पुत्री नाभिक का प्रतिक्षेप वेग होगा
$\alpha ,\;\beta $ और $\gamma - $ किरणों की क्रमबद्ध आयनीकरण क्षमता है
एक नाभिक $_n{X^m}$ से एक $\alpha $- कण व एक $\beta $- कण उत्सर्जित करता है परिणामी नाभिक है