निम्न में से ध्रुवण अघूर्णक यौगिक है।
$2 -$ क्लोरोप्रोपेनल
$2 -$ क्लोरोब्यूटेन
$2 -$ क्लोरोपेन्टेन
$2 -$ क्लोरो $- 2-$ मेथिलब्यूटेन
एक यौगिक में $3$ किरल कार्बन परमाणु हैं, तो इसके संभावित प्रकाश समावयवियों की संख्या हो सकती है
अभिक्रिया $C{H_3}CHO + HCN \to C{H_3}CH(OH)CN$ में एक किरेल केन्द्र उत्पन्न होता है उत्पाद होगा
प्रकाशीय समावयवियों के बीच अन्तर स्पष्ट किया जाना किसके द्वारा सम्भव है
जब समावयवी के संरचना सूत्र समान होते हैंं परंतु उनमें परमाणुओं या समूहों की आपेक्षिक व्यवस्था भिन्न होती है, वे कहलाते हैंं
मेथिलसाइक्लोहेक्सन का मोनोक्लोरीनन करने पर समावयवों (त्रिविम समावयवों सहित) की कुल संख्या है $...........$