एक यौगिक में $3$ किरल कार्बन परमाणु हैं, तो इसके संभावित प्रकाश समावयवियों की संख्या हो सकती है
$3$
$2$
$8$
$4$
प्रतिबिम्बरूपीय शुद्ध अम्ल को एक एल्कोहल के रेसिमिक मिश्रण (जिसमें एक किरेल परमाणु है) के साथ मिलाने पर बनने वाला एस्टर है
अणुसूत्र $\mathrm{C}_4 \mathrm{H}_8 \mathrm{DBr}$ वाले समावयवी ड्यूटिरेटड ब्रोमाइड़ जिसमें दो काइरल कार्बन परमाणु उपस्थित है, है -
लैक्टिक अम्ल में एक मेथिल समूह, एक हाइड्रॉक्सिल समूह, एक कार्बोक्सिलिक समूह तथा एक हाइड्रोजन परमाणु केन्द्रीय कार्बन परमाणु से जुड़े हुए हैं। अणु की ज्यामिती में निम्न की उपस्थिति के कारण यह प्रकाशिक समावयवता प्रदर्शित करेगा
$M$ के संदर्भ में $N , O , P$ और $Q$ के बारे में कौन प्रकथन सही है/है?
$(A)$ $M$ और $N$ अप्रतिबिंबी त्रिविम समावयव (non-mirror image stereoisomers) है।
$(B)$ $M$ और $O$ सर्वसमरूपी (identical) है।
$(C)$ $M$ और $P$ प्रतिबिंब समावयवी रूप (enantiomers) है।
$(D)$ $M$ और $Q$ सर्वसमरूपी (identical) है।