वेरहल्ट्ट-पर्ल वृद्धिघात वृद्धि (लॉजिस्टिक ग्रोथ) का समीकरण है $\frac{d N}{d t}=r N\left[\frac{K-N}{K}\right]$. इस समीकरण में $K$ चिह्नित करता है:
जैविक क्षमता
धारण क्षमता
जनसंख्या घनत्व
प्राकृतिक वृद्धि की नैज दर
किसी समष्टि के वृद्धि-वक्र की अन्तिम अवस्था में मृत्युओं तथा जन्मों की संख्या कैसी होती है
नैटेलिटी से क्या अभिप्राय है ?
प्रत्येक जनसंख्या की वृद्धि एवं विकास के लिये दो विपरीत बल कार्य करते हैं इनमें से एक दी गयी दर पर प्रजनन की क्षमता से सम्बंधित है तथा इसका विरोधी बल कहलाता है
किसी देश की जनसंख्या-वृद्धि निर्भर करती है