$60$ वाट एवं $100$ वाट के विद्युत बल्बों में तंतुओं की लम्बाइयाँ बराबर हैं, तब
$100$ वाट वाले बल्ब का तंतु मोटा है
$60$ वाट वाले बल्ब का तंतु मोटा है
दोनों बल्बों के तंतु समान मोटाई के हैं
भिन्न लम्बाई के तंतु लेकर ही भिन्न शक्ति के बल्ब बनाये जा सकते हैं
एक कमरे में सप्लाई वोल्टता $120\, V$ है तथा लेड के तारो का प्रतिरोध $6 \Omega$ है। इसमें एक $60\, W$ का बल्ब चालू है। यदि इसके समान्तर क्रम में $240\, W$ का एक विघुत हीटर चालू कर दिया जाए तो बल्ब के सिरो की वोल्टता में कमी .......... $V$ होगी
$6.0\, V$ की एक बैटरी के द्वारा बाहरी परिपथ में $5.0\, A$ की धारा $6.0$ मिनट तक प्रवाहित होती है। बैटरी की रासायनिक ऊर्जा का मान कितना घट जायेगा
दर्शाए परिपथ में $2\,\Omega $ प्रतिरोध से $3\;A$ धारा प्रवाहित होती है। $5\,\Omega $ प्रतिरोध में व्ययित शक्ति होगी।
$200$ वोल्ट $40$ वॉट एवं $200$ वोल्ट $100$ वॉट के दो बल्ब घर के विद्युत परिपथ में जुड़े हैं, तब
दो बल्ब $A$ तथा $B$ समान्तर क्रम जुडे हैं। बल्ब $A$ बल्ब $B$ से ज्यादा चमकदार है। यदि ${R_A}$ व ${R_B}$ क्रमश: उनके प्रतिरोध हों तो