प्रोटॉनों के कारण $500\,cc$ जल पर कितना आवेश होगा
$6.0 \times {10^{27}}\,C$
$2.67 \times {10^7}\,C$
$6 \times {10^{23}}\,C$
$1.67 \times {10^{23}}\,C$
धातु का आवेशित गोला $A$ नाइलॉन के धागे से निलंबित है। विध्युतरोधी हत्थी द्वारा किसी अन्य धातु के आवेशित गोले $B$ को $A$ के इतने निकट लाया जाता है कि चित्र $( a )$ में दर्शाए अनुसार इनके केंद्रों के बीच की दूरी $10\, cm$ है। गोले $A$ के परिणामी प्रतिकर्षण को नोट किया जाता है ( उदाहरणार्थं- गोले पर चमकीला प्रकाश पुंज डालकर तथा अंशांकित पर्दे पर बनी इसकी छाया का विक्षेपण मापकर )। $A$ तथा $B$ गोलों को चित्र $(b)$ में दर्शाए अनुसार, क्रमशः अनावेशित गोलों $C$ तथा $D$ से स्पर्श कराया जाता है। तत्पश्चात चित्र $(c)$ में दर्शाए अनुसार $C$ तथा $D$ को हटाकर $B$ को $A$ के इतना निकट लाया जाता है कि इनके केंद्रों के बीच की दूरी $5.0\, cm$ हो जाती है। कूलॉम नियम के अनुसार $A$ का कितना अपेक्षित प्रतिकर्षण है? गोले $A$ तथा $C$ एवं गोले $B$ तथा $D$ के साइज् सर्वसम हैं। $A$ तथा $B$ के केंद्रों के पृथकन की तुलना में इनके साइजो की उपेक्षा कीजिए।
एक काँच की छड़ सिल्क से रगड़कर गोल्ड लीफ इलेक्ट्रॉस्कोप को आवेशित करने के काम आती है। तथा गोल्ड लीफ इलेक्ट्रोस्कोप की पत्तियाँ फैल जाती हैं। इस आवेशित इलेक्ट्रोस्कोप पर $X$-किरणें थोड़े समय के लिये आपतित की जाये तो
$(a)$ सूखे बालों में कंधा बुमाने के बाद वह कागज्ञ के टुकड़ों को आकर्षित कर लेता है, क्यों? यदि बाल भीगे हों या वर्षा का दिन हो तो क्या होता है? [ ध्यान रहे कि कागज़ विध्यूत चालक नहीं है।]
$(b)$ साधारण रबर विध्यूतरोधी है। परंतु वायुयान के विशेष रबर के पहिए हलके चालक बनाए जाते हैं। यह क्यों आवश्यक है?
$(c)$ जो वाहन ज्वलनशील पदार्थ ले जाते हैं उनकी थातु की रस्सियाँ ( जंजीरें) वाहन के गतिमय होने पर धरती को छूती रहती हैं, क्यों?
$(d)$ एक चिड़िया एक उच्च शक्ति के खुले (अरक्षित) बिजली के तार पर बैठी है, और उसको कुछ नहीं होता। धरती पर खड़ा एक व्यक्ति उसी तार को छूता है और उसे सांघातिक ( घातक) धक्का लगता है, क्यों?
$\alpha $ - कण पर आवेश है
अब ऐसा विश्वास किया जाता है कि स्वयं प्रोटोन एवं न्यूट्रॉन ( जो सामान्य द्रव्य के नाभिकों का निर्माण करते हैं) और अधिक मूल इकाइयों जिन्हें कवार्क कहते हैं, के बने हैं। प्रत्येक प्रोटोन तथा न्युट्रोन तीन कवाकों से मिलकर बनता है। दो प्रकार के कवार्क होते हैं : 'अप' कवार्क ( $u$ द्वार निर्दिष्ट) जिन पर $+(2 / 3) e$ आवेश तथा 'डाउन' कवार्क ( $d$ द्वारा निर्दिष्ट) जिन पर $(-1 / 3)$ आवेश होता है, इलेक्ट्रॉन से मिलकर सामान्य द्रब्य बनाते हैं। (कुछ अन्य प्रकार के कवार्क भी पाए गए हैं जो भिन्न असामान्य प्रकार का द्रव्य बनाते हैं।) प्रोटॉन तथा न्यूट्रोन के संभावित कवार्क संघटन सुझाइए।