एक संधारित्र जिसमें परावैद्युतांक $5$ वाला परावैद्युत उपयोग में लाया गया है, की धारिता $C$ है। यदि उसमें परावैद्युतांक $20$ वाले परावैद्युत का उपयोग किया जाए, तो उसकी धारिता कितनी हो जाएगी
$\frac{C}{4}$
$4C$
$\frac{C}{2}$
$2C$
दो एक समान आवेशित गोले बराबर लम्बाई की डोरी से लटके है। डोरियाँ एक दूसरे के साथ $\theta$ कोण बनाती है। जब पानी में लटकाया जाता है, तो कोण समान रहता हैं। यदि गोले के पदार्थ का घनत्व $1.5 \mathrm{~g} / \mathrm{cc}$ हो तो पानी का परावैद्युतांक. . . . . . . . . होगा।
(पानी का घनत्व $=1 \mathrm{~g} / \mathrm{cc}$ )
एक समान्तर पट्ट संधारित्र की प्लेटों का क्षेत्रफल $6 \,cm ^{2}$ तथा उनके बीच दूरी $3\, mm$ है। प्लेटों के बीच तीन उसी मोटाई तथा एकसमान क्षेत्रफल के परावैधुतों जिनके परावैधुतांक, $K _{1}=10, K _{2}=12$ तथा $K _{3}=14$ हैं, से चित्रानुसार भर दिया जाता है। इसी संधारित्र में ऐसे परावैधुत का परावैधुतांक क्या होगा जिसे डालने पर वही धारिता प्राप्त हो।
ताप के बढ़ने पर परावैद्युतांक स्थिरांक $K$ का मान
एक समान्तर संधारित्र की प्लेटों के बीच पृथक्कृत नगण्य मोटाई की ऐल्युमीनियम की पत्ती रख दी जाती है। संधारित्र की धारिता
चित्रानुसार एक समान्तर प्लेट चालक को दो परावैद्य़ुतांक पदार्थों से भर दिया जाता है। प्रत्येक प्लेट का क्षेत्रफल $A\, m^2$ है और उनके बीच की दूरी $t$ मीटर है। परावैद्युतांक क्रमश: ${k_1}$ तथा ${k_2}$ हैं फैरड में इसकी धारिता होगी