किसी वैद्युत परिपथ में समान्तर क्रम में जुड़े $R$ व $3 R$ प्रतिरोधो में उत्पन्न तापीय ऊर्जा का अनुपात हैं:
$3: 1$
$1: 1$
$1: 3$
$1: 27$
एक बर्तन के पानी को $20\,^oC$ से $60\,^oC$ तक एक तापक कुंडली द्वारा गरम करने में $30$ मिनट लगते हैं। ऐसी ही दो तापक कुंडलियों को श्रेणीक्रम में रख कर उतने ही पानी को उतने ही ताप तक गरम किया जाता है। (कुंडलियों की ऊष्माधारिता नगण्य मानते हुये) अब इसके लिये समय .................. मिनट होगा
एक विद्युत हीटर पर $220$ वोल्ट, $1100$ वाट अंकित है। इसे $4$ घंटे तक प्रयोग में लाने पर व्यय हुई विद्युत ऊर्जा किलोवाट-घंटा में होगी
एक ही पदार्थ से बने दो चालकों को एक ही विभवान्तर से जोड़ा जाता है। चालक $A$ का व्यास और लम्बाई चालक $B$ के व्यास और लम्बाई की दो गुनी है। दोनों चालकों को दी गई शक्ति क्रमश: ${P_A}$ एवं ${P_B}$ इस प्रकार होगी कि ${P_A}/{P_B}$ है
प्रश्न $3$ में दिये गये दोनों बल्बों को $200$ वोल्ट की लाइन के साथ श्रेणीक्रम में जोड़ा जाता है, तब
$2\, kW$ शक्ति का एक वॉयलर प्रतिदिन $1$ घंटा उपयोग में लाया जाता है, तो वॉयलर के द्वारा $30$ दिनों में व्यय ऊर्जा ........... इकाई होगी