$1$ मीटर लम्बी एवं $100c{m^2}$ अनुप्रस्थ परिच्छेद वाली धातु की छड़ के एक सिरे का ताप ${100^o}C$ है। यदि धातु के दूसरे सिरे का ताप ${0^o}C$ है तो छड़ से प्रति मिनट प्रवाहित होने वाली ऊष्माओं की मात्रा है (छड़ के पदार्थ का ऊष्मीय चालकता गुणांक $ = 100$ वॉट/मीटर $ \times $ केल्विन
$3 \times {10^3}$जूल
$6 \times {10^3}$जूल
$9 \times {10^3}$जूल
$12 \times {10^3}$जूल
$1.0\;m$ लम्बी एवं ${10^{ - 3}}{m^2}$ अनुप्रस्थ काट की किसी ताँबे की छड़ का एक सिरा उबलते पानी में एवं एक सिरा बर्फ में रखा जाता है। यदि ताँबे का ऊष्मीय चालकता गुणांक $92\;cal/m - s{ - ^o}C$ व बर्फ की गुप्त ऊष्मा $8 \times {10^4}cal/kg$ हो, तो $1$ मिनट में पिघलने वाली बर्फ की मात्रा है
समान पदार्थ की दो छड़ें, एक अर्द्धवृत्तीय तथा अन्य सीधी, समान अनुप्रस्थ काट वाली हैं। इन्हें चित्रानुसार जोड़ा गया है। बिन्दु $A$ तथा $B$ को विभिन्न ताप पर रखा गया है। अर्द्धवृत्तीय छड़ के अनुप्रस्थ काट से दिये गये समय में संचरित ऊष्मा तथा सीधी छड़ के अनुप्रस्थ काट से संचरित ऊष्मा का अनुपात है
समान लम्बाई और व्यास वाले दो बेलन $P$ और $Q$ भिन्न धातुओं के हैं जिनकी ऊष्मा चालकताओं का अनुपात $2 : 3$ है। इन दोनों बेलनों को मिलाकर एक बेलन बनाया गया है। $P$ का एक सिरा $100^\circ C$ पर तथा $Q$ का दूसरा सिरा $0^\circ C$ पर रखा गया है। $P$ और $Q$ के अन्तरापृष्ठ के ताप का मान...... $^oC$ होगा
ऊष्मीय स्थायी दशा में $20$ सेमी लम्बी छड़ के गरम व ठंडे सिरों का तापमान क्रमश: ${100^o}C$ व ${20^o}C$ है। छड़ के ठीक बीचोंबीच तापमान ...... $^oC$ है
किसी धातु का ऊष्मा चालकता गुणांक निर्भर होता है