$x-y$ समतल में कण की गति निम्न समीकरणो $x =4 \sin \left(\frac{\pi}{2}-\omega t \right) m$ तथा $y =4 \sin (\omega t ) m$. द्वारा व्यक्त की जाती है। कण का पथ होगा-
वृत्ताकार
हेलीकल
परवलयाकार
दीर्घवृत्ताकार
समय $t =0$ पर प्रारम्भिक वेग $5\, \hat{j} ms ^{-1}$ के साथ मूलबिन्दु से एक कण $x - y$ तल में $(10 \hat{ i }+4 \hat{ j })\, ms ^{-2}$ नियत त्वरण से गति करना प्रारम्भ करता है। समय $t$ पर इसके निर्देशांक $\left(20 \,m , y _{0} \,m \right)$ है। $t$ व $y _{0}$ के मान क्रमशः है।
एक कार विरामावस्था से प्रारम्भ करती है तथा $5$ मी.$/$से.$^2$ से त्वरित होती है। $\mathrm{t}=4$ सेकण्ड पर कार में बैठे व्यक्ति द्वारा एक गेंद खिड़की के बाहर गिरायी जाती है। $\mathrm{t}=6$ सेकण्ड पर गेंद का वेग तथा त्वरण क्या होता है ? (दिया है : $\mathrm{g}=10$ मी./से. ${ }^{2}$ )
किसी सदिश में परिणाम व दिशा दोनों होते हैं। क्या इसका यह अर्थ है कि कोई राशि जिसका परिमाण व दिशा हो, वह अवश्य ही सदिश होगी ? किसी वस्तु के घूर्णन की व्याख्या घूर्णन-अक्ष की दिशा और अक्ष के परितः घूर्णन-कोण द्वारा की जा सकती है। क्या इसका यह अर्थ है कि कोई भी घूर्णन एक सदिश है ?