टार्च में प्रयोग आने वाली $l$ लम्बाई की एक बैटरी को इस प्रकार बना मानिये कि इसमें $'a'$ त्रिज्या की एक बेलनाकार छड़ समअक्षीय $'b'$ त्रिज्या के एक बेलनाकार खोल (shell) के अन्दर है और इनके बीच का स्थान $\rho$ प्रतिरोधकता (resistivity) के एक इलैक्ट्रोलाइट से भरा हुआ है। (चित्र देखें)। यदि बैटरी $R$ मान के एक प्रतिरोध (resistance) से जोड़ा जाता है तो प्रतिरोध में अधिकतम जूल हीटिंग के लिये:
$R =\frac{2 \rho}{\pi l} l n \left(\frac{ b }{ a }\right)$
$R =\frac{\rho}{\pi l} \ln \left(\frac{ b }{ a }\right)$
$R =\frac{\rho}{2 \pi l}\left(\frac{ b }{ a }\right)$
$R =\frac{\rho}{2 \pi l} \ln \left(\frac{ b }{ a }\right)$
किसी बल्ब की तीव्रता को कम किया जा सकता है, यदि एक प्रतिरोध जोड़ा जाये
समान द्रव्यमान तथा समान पदार्थ के दो तारों $A$ तथा $B$ की लम्बाईयों का अनुपात $1 : 2$ है। इन्हें समान स्रोत से जोड़ने पर $B$ में व्यय ऊष्मा की दर $5\,W$ है, तो $A$ में व्यय ऊष्मा की दर .............. $W$ होगी
एक $10\, \Omega$ का विद्युत हीटर $110\, V$ लाइन वोल्टेज पर कार्य करता है। वह दर जिससे ऊष्मा उत्पन्न ....... $Watt$ होगी
आरेख में दर्शाये गये परिपथ में शक्ति क्षय $30$ वाट हो तो $R$ का मान ............ $\Omega$ होगा :
एक विद्युत केतली में दो ऊष्मीय कुण्डलियाँ हैं जब प्रथम को प्रयुक्त किया जाता है तो केतली में पानी $10$ मिनट में उबल जाता है व दूसरी कुण्डली को प्रयुक्त करने पर वह पानी $40$ मिनट में उबलता है। यदि दोनों कुण्डलियों को समान्तर क्रम में जोड़कर एकसाथ प्रयुक्त किया जाये तो उतना ही पानी उबालने में लगने वाला समय होगा