प्रत्यावर्ती धारा परिपथ में सामान्यत:
धारा का औसत मान शून्य होता है
धारा के वर्ग का औसत मान शून्य होता है
औसत शक्ति क्षय शून्य होता है
वोल्टता तथा धारा में कला अन्तर शून्य होता ळे
$20$ $\Omega$ के एक प्रतिरोध को एक प्रत्यावर्ती वोल्टेज $V = 220\,sin (100\,\pi t)$ के स्त्रोत से जोड़ा गया है धारा को शिखर मान से वर्ग माध्य मूल मान तक बदलने में निम्न समय लगता है
एक $40 W$ प्रतिरोध का विद्युत हीटर $200 V, 50 Hz$ विद्युत स्त्रोत से जोड़ा जाता है। परिपथ में प्रवाहित विद्युत धारा का शिखर मान लगभग ......$A$ है
किसी परिपथ में प्रत्यावर्ती धारा का शिखर मान $423\,volts$ है तो उसका प्रभावी विभवान्तर ......... $volts$ होगा
प्रत्यावर्ती वि. वा. बल का शिखर मान सूत्र $E = {E_0}\cos \omega \,t$ से प्रदर्शित किया गया है तथा इसका मान $10\, volts$ व आवृत्ति $50 Hz$ है। समय $t = \frac{1}{{600}}$ सैकण्ड पर वि. वा. बल का तात्क्षणिक मान होगा
सुमेलित करें
धारायें वर्ग माध्य मूल मान
(1) ${x_0}\sin \omega \,t$ (i)$ x_0$
(2) ${x_0}\sin \omega \,t\cos \omega \,t$ (ii) $\frac{{{x_0}}}{{\sqrt 2 }}$
(3)${x_0}\sin \omega \,t + {x_0}\cos \omega \,t$ (iii)$\frac{{{x_0}}}{{(2\sqrt 2 )}}$