द्विसंकर संकरण में $80$ पौधे प्राप्त होते हैं। इनमें समयुग्मजी तथा विषमयुग्मजी का अनुपात होगा
$40 : 40$
$10 : 70$
$20 : 60$
$30 : 50$
मेण्डल का विसंयोजन का सिद्धांत बाग की मटर के एलील के पृथक्करन की क्रिया पर आधारित है जो निम्न में से किसके दौरान होती है
विपरीत लक्षणों का जोड़ा कहलाता है
मेण्डल ने शुद्ध सफेद पुष्प वाले अप्रभावी मटर के पौधे का प्रभावी शुद्ध लाल पौधे के बीच संकरण कराया, संकरों की पहली पीढ़ी में होना चाहिये
संकरण $Tt × tt$ से संततियों का अनुपात होगा
एक लंबे व एक बौने पौधे के संकरण से प्राप्त संतान यदि आधी लंबी व आधी बौनी है तो संतान का जीनोटाइप होगा