यदि अभिकारकों के पृष्ठ के क्षेत्रफल (Surface area) में वृद्धि होती है तो सामान्यत: अभिक्रिया की कोटि
बढ़ जाती है
घट जाती है
अपरिवर्तित रहती है
कभी बढ़ती है, कभी घटती है
आभासी एकाण्विक अभिक्रिया का उदाहरण है
अभिक्रिया $A + 2B \to $उत्पाद, के लिये दर नियम $\frac{{d[dB]}}{{dt}} = k[{B^2}]$ से दिया जाता है। यदि $A$ अधिकता में लिया जाये तो अभिक्रिया की कोटि होगी
अभिकारक $ X$ के सापेक्ष अभिक्रिया की कोटि $2 $ है
उस अभिक्रिया की कोटि जिसकी दर $=$ $kC_A^{3/2}\,C_B^{ - 1/2}$ है, होगी
अभिक्रिया $A + 2B \to C,$ के लिये अभिक्रिया वेग $R$ $ = [A]{[B]^2}$ द्वारा प्रदर्शित किया जाता है, तो अभिक्रिया की कोटि होगी