चित्र में दिखाये गये सभी तीनों प्रतिरोधकों $({R_1},\,{R_2},\,{R_3})$ में समान ऊर्जा क्षय सुनिश्चित करने के लिये उनके मान इस प्रकार सम्बद्ध होने चाहिए
${R_1} = {R_2} = {R_3}$
${R_2} = {R_3}$ और ${R_1} = 4{R_2}$
${R_2} = {R_3}$ और ${R_1} = \frac{1}{4}{R_2}$
${R_1} = {R_2} + {R_3}$
किसी प्रतिरोधक से $1.5 \,A$ धारा $20 \,s$ तक प्रवाहित किए जाने पर उसमें $500 \,J$ ऊष्मीय ऊर्जा उत्पन्न होती है। धारा के मान को $1.5\, A$ से $3\, A$ करने पर $20 \,s$ में उत्पन्न ऊर्जा क्या होगी? ($J$ में)
एक $10\, \Omega$ का विद्युत हीटर $110\, V$ लाइन वोल्टेज पर कार्य करता है। वह दर जिससे ऊष्मा उत्पन्न ....... $Watt$ होगी
एक $500\, W$ की तापीय इकाई $115\, V$ पर कार्य करती है। यदि लाइन वोल्टेज $110\, V$ तक कम हो जाये तो निर्गत ऊष्मा में प्रतिशत गिरावट ............... $\%$ होगी
निम्न में से कौनसा कथन असत्य है
जब एक प्रतिरोधक से $4$ एम्पियर की धारा प्रवाहित की जाती है, तो $192\, J$ ऊर्जा एक सेकन्ड में क्षय होती है। यदि अब धारा को दो गुना कर दिया जाय तो $5$ सेकन्ड में क्षय उष्मीय ऊर्जा $.....\,J$ होती है।