निम्नाकित नाभिकीय अभिक्रियों पर विचार कीजिए:
$I$. ${ }_7^{14} N +{ }_2^4 He \rightarrow{ }_{ a }^{17} O + X$
$II$. ${ }_4^9 Be +{ }_2^4 H \rightarrow{ }_6^{12} He + Y$ तब
$X$ एवं $Y$ दोनों प्रोटॉन है ।
$X$ एवं $Y$ दोनों न्यूट्रॉन है ।
$X$ एक प्रोटॉन है और $Y$ एक न्यूट्रॉन है ।
$X$ एक न्यूट्रॉन है एवं एक $Y$ प्रोटॉन है ।
एक नाभिक ${ }_Z^A X$ का द्रव्यमान $(A-Z)$ न्यूट्रॉनों एवं $Z$ प्रॉटोनों के द्रव्यमानों के योग से कम होता है। द्रव्यमानों की कमी के समतुल्य ऊर्जा को बंधन ऊर्जा कहते हैं। एक द्रव्यमान $M$ कर भारी नाभिक $m_1$ तथा $m_2$ द्रव्यमानों के दो हल्के नाभिकों में विघटित हो सकता ह है, यदि $\left(m_1+m_2\right)M^{\prime}$ कुछ परमाणुओं के द्रव्यमान नीचे टेबिल में दिये गये है :
${ }_1^1 H$ | $1.007825 u$ | ${ }_2^1 H$ | $2.014102 u$ | ${ }_3^1 H$ | $3.016050 u$ | ${ }_2^4 He$ | $4.002603 u$ |
${ }_3^6 Li$ | $6.015123 u$ | ${ }_7^3 Li$ | $7.016004 u$ | ${ }_70^30 Zn$ | $69.925325 u$ | ${ }_{34}^{82} Se$ | $81.916709 u$ |
${ }_{64}^{152} Gd$ | $151.919803 u$ | ${ }_{206}^{82} Gd$ | $205.974455 u$ | ${ }_{209}^{83} Bi$ | $208.980388 u$ | ${ }_{84}^{210} Po$ | $209.982876 u$ |
$1.$ सही प्रकथन है|
$(A)$ नाभिक ${ }_3^6 Li$ एक ऐल्फा कण उत्सर्जित कर सकता है।
$(B)$ नाभिक् ${ }_{84}^{210} P _0$ एक प्रोटॉन उत्सर्जित कर सकता है।
$(C)$ डयूटरॉन और ऐल्फा कण पूर्ण संलयन करा सकते है।
$(D)$ नाभिक ${ }_{30}^{70} Zn$ एवं नाभिक ${ }_{34}^{82} Se$ पूर्ण संलयन कर सकते है।
$2.$ जब विरामावस्था में नाभिक ${ }_{84}^{210} P _0$ ऐल्फा क्षय करता है, तब ऐल्फा कण की गतिज ऊर्जा ( $keV$ में) होती है।
$(A)$ $5319$ $(B)$ $5422$ $(C)$ $5707$ $(D)$ $5818$
इस प्रश्न के उतर दीजिये $1$ ओर $2.$
निम्न में से कौन सी अभिक्रिया गामा क्षय को प्रदर्शित करती है
एक नाभिक $_Z{X^A}$, $3 \alpha$,- कण एवं $5 \beta$ - कण उत्सर्जित करता है। अन्तिम नाभिक में कुल न्यूट्रॉनों एवं प्रोटॉनों का अनुपात हैं
निम्नलिखित में से कौनसा कथन सत्य है
एक परमाणु का परमाणु भार $A$ तथा परमाणु संख्या $Z$ है, यह ${M_1}$ कण उत्सर्जित करता है, तो परिणामी नाभिक का परमाणु भार एवं परमाणु संख्या होगी