जाँच द्वारा सुनिश्चित कीजिए कि $k e^{2} / G m_{e} m_{p}$ विमाहीन है। भौतिक नियतांकों की सारणी देखकर इस अनुपात का मान ज्ञात कीजिए। यह अनुपात क्या बताता है?
The given ratio is $\frac{k e^{2}}{G m_{e} m_{p}} .$ Where, $G=$ Gravitational constant. Its unit is $N m ^{2} \,kg ^{-2}$
$m _{ c }$ and $m _{ p }=$ Masses of electron and proton and their unit is kg.
$e =$ Electric charge. Its unit is $C$. $k=\frac{1}{4 \pi \varepsilon_{0}}$ and its unit is $N m ^{2} \,C ^{-2}$
Therefore, unit of the given ratio
$\frac{k e^{2}}{G m_{e} m_{p}}=\frac{\left[N m^{2} C^{-2}\right]\left[C^{-2}\right]}{\left[N\, m^{2}\, k g^{-2}\right][k g][k g]}$$=M^{0} L^{0} T^{0}$
Hence, the given ratio is dimensionless. $e=1.6 \times 10^{-19} \,C$
$G=6.67 \times 10^{-11}\, N m ^{2}\, kg ^{-2}$
$m _{ e }=9.1 \times 10^{-31} \,kg$
$m _{ p }=1.66 \times 10^{-27}\, kg$
Hence, the numerical value of the given ratio is
$\frac{k e^{2}}{G m_{e} m_{p}}=\frac{9 \times 10^{9} \times\left(1.6 \times 10^{-19}\right)^{2}}{6.67 \times 10^{-11} \times 9.1 \times 10^{-31} \times 1.67 \times 10^{-27}}$$\approx 2.3 \times 10^{39}$
This is the ratio of electric force to the gravitational force between a proton and an electron, keeping distance between them constant.
दो आवेश एक दूसरे से $‘d’$ दूरी पर है। यदि दोनों के मध्य $\frac{d}{2}$ मोटाई की तांबे की प्लेट रख दें तो प्रभावी बल होगा
दो ताँबे की गेंदें, प्रत्येक का भार $10\, gm$ है। एक दूसरे से वायु में $10\,cm$ दूर रखी हैं। यदि प्रत्येक ${10^6}$ परमाणुओं से एक इलेक्ट्रॉन एक गेंद से दूसरी गेंद की ओर स्थानान्तरित होता है। इनके मध्य कूलॉम बल है। (ताँबे का परमाणु भार $63.5$ है)
दो समरूप चालक गोलों $A$ व $B$ पर समान आवेश हैं। प्रारम्भ में उनके बीच की दूरी उनके व्यासों से बहुत अधिक है तथा उनके बीच बल $F$ है। $C$ इसी तरह का एक तीसरा गोला है जो आवेशहीन है। गोले $C$ को पहले $A$ से स्पर्श कराते हैं, फिर $B$ से स्पर्श कराते हैं और फिर हटा देते हैं। इस प्रकार से $A$ और $B$ के बीच बल का मान होगा
दो आवेश वायु में एक-दूसरे से $d$ दूरी पर रखे हैं इनके बीच लगने वाला बल $F$ है। यदि इन्हें $2$ परावैद्युतांक वाले द्रव में डुबो दिया जाये (सभी स्थितियाँ समान रहें), तो अब इनके मध्य लगने वाला बल होगा
दो आवेशित गोलों पर आवेश क्रमश: $+7\,\mu C$ एवं $-5\,\mu C$ हैं, एवं इनके मध्य कार्यरत बल $F$ है। यदि प्रत्येक को $-2\,\mu C$ का अतिरिक्त आवेश दे दिया जाये तो इनके मध्य नया आकर्षण बल होगा