हाइड्रोजन परॉक्साइड का उत्प्रेरित विघटन किस कोटि की अभिक्रिया है
$1$
$2$
$3$
$0$
अभिक्रिया $2A + B \to $ उत्पाद, में दोनों अभिकारकों का सान्द्रण दुगना करने पर दर $8$ गुना बढ़ जाती है तथा केवल $B$ का सान्द्रण दुगना करें तो दर दुगनी होती है तो अभिक्रिया के लिये दर नियम है
अभिक्रिया $2 A + B \rightarrow A _{2} B $ के लिए वेग $=k[ A ][ B ]^{2}$ यहाँ $k$ का मान $=2.0 \times 10^{-6} \,mol ^{-2}\, L ^{2} \,s ^{-1}$ है। प्रारंभिक वेग की गणना कीजिए; जब $[ A ]=0.1 \,mol \,L ^{-1}$ एवं $[ B ]=0.2\, mol \,L ^{-1}$ हो तथा अभिक्रिया वेग की गणना कीजिए; जब $[ A ]$ घट कर $0.06 \,mol\, L ^{-1}$ रह जाए।
$A + B \to $उत्पाद, इस अभिक्रिया मे यदि $B$ को अधिकता में लिया जाये तो यह उदाहरण होगा
अभिक्रिया $a$ $A \to x\;P$ के लिये जब $[A] = 2.2\;m\,M$ है तो दर $2.4\;m\,M\;{s^{ - 1}}$ पायी गई। $A$ की सान्द्रता आधी घटाने पर दर $0.6\;m\,M\;{s^{ - 1}}$ परिवर्तित हो जाती है। $A$ के सापेक्ष अभिक्रिया की कोटि है।
$2{N_2}{O_5} \to 4N{O_2}$$ + {O_2}$ अभिक्रिया के लिये दर स्थिरांक $3 \times {10^{ - 5}}$ सेकण्ड$^{ - 1}$ है। यदि अभिक्रिया का वेग $2.40 \times {10^{ - 5}}$ मोल लीटर$^{ - 1}$ सेकण्ड$^{ - 1}$ है तो ${N_2}{O_5}$ की (मोल लीटर $^{-1}$ सेकण्ड $^{-1}$ में) सान्द्रता होगी