एक प्रत्यावर्ती वोल्टेज = $200\sqrt 2 \sin (100\,t)$ को $1 \,mF$ धारिता के संधारित्र के साथ $ac$ अमीटर से जोड़ा गया है। अमीटर का पाठ्यांक.......$mA$ होगा
$10$
$20$
$40 $
$80$
प्रत्यावर्ती धारा ${i}=\left\{\sqrt{42} \sin \left(\frac{2 \pi}{{T}} {t}\right)+10\right\} {A}$ एम्पियर दी गयी है। धारा का वर्ग माध्य मूल मान $......$ एम्पियर है।
एक $40\,\Omega$ प्रतिरोध एक प्रत्यावर्ती धारा के स्त्रोत $220\,V , 50\,Hz$ से जुड़ा है। धारा का मान इसके अधिकतम मान से वर्ग माध्य मूल मान होने में लगा समय ज्ञात कीजिए-
किसी प्रतिरोध के सिरों के बीच $AC$ (ए.सी.) वोल्टता को मापा जा सकता है :
उस प्रत्यावर्ती धारा का $r.m.s.$ मान .........$amp$ होगा जिसके एक प्रतिरोध से प्रवाहित होने पर उत्पन्न ऊष्मा इसी प्रतिरोध से $2 A$ की दिष्ट धारा प्रवाहित करने पर उत्पन्न ऊष्मा से तीन गुनी है
एक परिपथ में प्रत्यावर्ती धारा का मान तप्त तार ऐम्पियरमापी द्वारा $10$ ऐम्पियर पढ़ा जाता है। उसका शिखर मान .....$A$ होगा