एकसमान वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता ${E_0}$ की दिशा $X - $ अक्ष के धनात्मक के अनुदिश है। यदि $x = 0$ पर विभव $V = 0$ है, तो इसका मान $x = + x$ दूरी पर होगा
${V_{x}} = + x{E_0}$
${V_x} = - x{E_0}$
${V_x} = + {x^2}{E_0}$
${V_x} = - {x^2}{E_0}$
मुक्त आकाश में एक बिन्दु पर आवेश $Q$ कूलाम्ब के कारण विभव $Q \times 10^{11}$ वोल्ट है। इस बिन्दु पर विधुतीय क्षेत्र होगा-
$0.01 m$ की दूरी द्वारा पृथक्कृत दो बड़ी वृत्तीय चकतियों को चित्र में दर्शाए अनुसार एक स्विच द्वारा एक बैटरी से संयोजित किया जाता है। घनत्व $900 kg m ^{-3}$ की आवेशित तेल की बूँदों को शीर्ष चकती के केन्द्र पर एक महिन छिद्र से छोड़ा जाता है। जब कुछ तेल की बूँदें टर्मिनल वेग प्राप्त करती है, तब चकतियों के सिरों पर $200 V$ की वोल्टता आरोपित करके स्विच को बन्द किया जाता है। जिसके परिणामस्वरूप, त्रिज्या $8 \times 10^{-7} m$ की तेल की एक बूँद ऊर्ध्वाधर रूप से गति करना बन्द कर देती है तथा चकतियों के मध्य तैरती है। इस तेल की बूँद में उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की संख्या. . . . . . है। (उत्प्लावन बल को नगण्य माने, गुरूत्वीय त्वरण $=10 ms ^{-2}$ तथा इलेक्ट्रॉन ($e$) पर आवेश $=1.6 \times 10^{-19} C$ लें)
एक आवेशित गोल गेंद के अन्दर स्थिर विध्युत विभव $\phi=a r^{2}+b$ से दिया जाता है, जहाँ $r$ केन्द्र से दूरी हैं $a, b$ स्थिरांक है। तब गेंद के अन्दर आवेश घनत्व हैं:
यदि किसी क्षेत्र में विभव (वोल्ट में) $V ( x , y , z )=6 xy -y +2 yz ,$ से निर्दिप्ट किया जाये तो बिन्दु $(1,1,0)$ पर विधुत क्षेत्र $(N/C$ में$)$ है :
किसी गोलाकार आवेशित गेंद के लिए गेंद के अंदर स्थित वैद्युत विभव का मान $r$ के साथ $V=2 a r^2+b$ के अनुसार परिवर्तित होता है: यहाँ, $a$ एवं $b$ स्थिरांक है, तथा $r$ केन्द्र से दूरी है। गेंद के अंदर आयतन आवेश घनत्व $-\lambda \mathrm{a} \varepsilon$ है। $\lambda$ का मान _____________ होगा। $\varepsilon=$ माध्यम की विद्युतशीलता