एक धनावेशित कणों की बौछार का वेग $\overrightarrow{\mathrm{v}}_0=3 \times 10^7 \hat{\mathrm{i}} \mathrm{m} / \mathrm{s}$ है जिसके लिए $\frac{\mathrm{q}}{\mathrm{m}}=2 \times 10^{11} \frac{\mathrm{C}}{\mathrm{kg}}$ है। यह $1.8 \hat{\mathrm{j} k V} / \mathrm{m}$. के वैद्युत क्षेत्र द्वारा विचलित होती है। वैद्युत क्षेत्र $10 \mathrm{~cm}$ लम्बाई के क्षेत्र में $\mathrm{x}$ अक्ष के अनुदिश है। इस वैद्युत क्षेत्र के कारण $\mathrm{y}$-अक्ष की दिशा में आवेशित कणों का विचलन|________________ $\mathrm{mm}$ है।`

  • [JEE MAIN 2023]
  • A

    $2$

  • B

    $4$

  • C

    $0.5$

  • D

    $9$

Similar Questions

चित्र में किसी एकसमान स्थिरवैध्यूत क्षेत्र में तीन आवेशित कणों के पथचिह्न (tracks) दर्शाए गए हैं। तीनों आवेशों के चिह्र लिखिए। इनमें से किस कण का आवेश-संहति अनुपात $(q / m)$ अधिकतम है?

एक इलेक्ट्रॉन $2 \times {10^4}N{C^{ - 1}}$ परिमाण के विद्युत क्षेत्र में कुछ दूरी से गिरता है। यदि विद्युत क्षेत्र का परिमाण नियत रखकर इसकी दिशा बदल दी जाये और एक प्रोटॉन को कुछ से गिराया जाये तो गिरने में लगा समय

किसी निश्चित वेग से $x$-अक्ष के अनुदिश गतिमान धनावेश, धनात्मक $y$-अक्ष की ओर दिष्ट समरूप विद्युत क्षेत्र में प्रवेश करता है। तो इसका

कोई इलेक्ट्रॉन विरामावस्था से किसी एकसमान तथा ऊपर को ऊर्ध्वाधर विघुत-क्षेत्र $E$ में कोई दी गई दूरी, $h$ गिरता है । अब विघुत-क्षेत्र का परिमाण अपरिवर्तित रखते हुए इसकी दिशा उत्क्रमित कर दी जाती है । किसी प्रोटॉन को विरामावस्था से इतनी ही ऊर्ध्वाधर  दूरी $h$ तक इसमें गिरने दिया जाता है । प्रोटॉन के गिरने में लिए गए समय की तुलना में इलेक्ट्रॉन द्वारा गिरने में लिया गया समय है

  • [NEET 2018]

आरेख में दर्शाए अनुसार $8 \,\mu C / g$ विशिष्ट आवेश का कोई पिण्ड किसी घर्षणहीन तल पर दीवार से $10\,cm$ की दूरी पर रखा है। दीवार की ओर क्षैतिज दिशा में $100\, V / m$ का एकसमान विधुत क्षेत्र अनुप्रयुक्त किए जाने पर यह पिण्ड दीवार की ओर गति करने लगता है। यदि पिण्ड का दीवार से संघट्ट पूर्णतः प्रत्यास्थ है। जब गति का आवर्तकाल $.......$ सेकण्ड होगा।

  • [JEE MAIN 2021]